टीआरपी डेस्क। CBSE कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर सोशल मीडिया पर पेपर लीक की खबरें तेजी से वायरल हो रही है। जिसे केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सिरे से खारिज कर दिया है। बोर्ड ने स्पष्ट किया कि ये आरोप “पूरी तरह निराधार और भ्रामक” हैं और केवल छात्रों और अभिभावकों में दहशत फैलाने का प्रयास हैं।

बोर्ड परीक्षाओं का सुचारू संचालन
CBSE की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं भारत और विदेशों में 7,800 से अधिक केंद्रों पर आयोजित हो रही हैं, जिनमें 42 लाख से अधिक छात्र शामिल हैं। परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए बोर्ड ने सख्त सुरक्षा उपाय अपनाए हैं। बोर्ड ने यूट्यूब, फेसबुक और एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वायरल हो रही अफवाहों पर ध्यान देते हुए कहा कि ऐसे किसी भी दावे पर विश्वास न करें।
CBSE की कड़ी चेतावनी
CBSE ने चेतावनी दी है कि गलत जानकारी फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। बोर्ड के अनुसार, इस तरह की अफवाहें फैलाने वालों पर अनुचित साधनों के नियमों और भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मुद्दे से निपटने के लिए CBSE कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
छात्रों और अभिभावकों के लिए अपील
बोर्ड ने छात्रों, अभिभावकों और स्कूलों से आग्रह किया कि वे केवल CBSE के आधिकारिक स्रोतों पर ही भरोसा करें और असत्यापित सूचनाओं से बचें। CBSE ने आश्वस्त किया कि परीक्षाओं की सुरक्षा और विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं, ताकि छात्रों के भविष्य पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े।