रायपुर। छत्तीसगढ़ में डीजीपी के स्थायी पद को लेकर अब तक राज्य सरकार ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को पैनल नहीं भेजा है। हाल ही में डीजीपी अशोक जुनेजा के सेवानिवृत्त होने के बाद अरुणदेव गौतम को प्रभारी डीजीपी नियुक्त किया गया है। राज्य सरकार जल्द ही स्थायी डीजीपी के लिए नामों का पैनल भेजेगी।

आमतौर पर सरकार तीन अधिकारियों के नामों का पैनल भेजती है, लेकिन इस बार संभावित नामों की संख्या चार हो सकती है। पहले से तीन डीजी (डायरेक्टर जनरल) उपलब्ध थे, लेकिन जीपी सिंह के हाल ही में प्रमोशन के बाद यह संख्या चार हो गई है। ऐसे में संभावना है कि सरकार सभी चार नामों को पैनल में शामिल कर सकती है।

पूर्व में भेजा गया था पैनल

इससे पहले जब अशोक जुनेजा की संविदा नियुक्ति समाप्त होने वाली थी, तब राज्य सरकार ने यूपीएससी को तीन अधिकारियों के नामों का पैनल भेजा था, जिसमें से अरुणदेव गौतम के नाम पर सहमति बनी थी। अब जब जुनेजा सेवानिवृत्त हो चुके हैं, तो गौतम 4 फरवरी से प्रभारी डीजीपी के रूप में कार्यभार संभाल रहे हैं।

संभावित नाम जो नए पैनल में हो सकते हैं शामिल

राज्य सरकार ने अभी तक यूपीएससी को डीजीपी पद के लिए नए नामों का पैनल नहीं भेजा है, लेकिन जब भी पैनल जाएगा, तो उसमें निम्नलिखित अधिकारी शामिल हो सकते हैं:

  • अरुणदेव गौतम – वर्तमान में प्रभारी डीजीपी
  • पवनदेव – वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी
  • हिमांशु गुप्ता – प्रशासनिक अनुभव के कारण दावेदारी मजबूत
  • जीपी सिंह – हाल ही में डीजी पदोन्नत, पहले न्यायिक विवाद के कारण पैनल में शामिल नहीं थे
  • प्रदीप गुप्ता – 30 साल की सेवा अवधि पूरी कर चुके, मजबूत दावेदार

सूत्रों के अनुसार, राज्य सरकार जल्द ही पूर्णकालिक डीजीपी की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर सकती है। अब देखना होगा कि अंतिम सूची में किन नामों को जगह मिलती है और यूपीएससी किसे हरी झंडी देता है।