टीआरपी डेस्क। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के किस्टारम थाना क्षेत्र में गुंडराजगुड़ेम के जंगलों में शनिवार सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) के जवानों ने महिला नक्सली समेत दो नक्सलियों को मार गिराया। मुठभेड़ स्थल से हथियार और अन्य नक्सली सामान बरामद किए गए हैं।

कैसे हुई मुठभेड़?

  • 28 फरवरी: पुलिस को सूचना मिली कि क्षेत्र में नक्सलियों की गतिविधियां तेज हैं।
  • संयुक्त ऑपरेशन: सुकमा डीआरजी और कोबरा बटालियन की टीम नक्सल विरोधी अभियान के लिए निकली।
  • 1 मार्च, सुबह 9 बजे: गुंडराजगुड़ेम के जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जो रुक-रुककर कई बार चली।

और नक्सलियों के मारे जाने की आशंका

  • सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि मुठभेड़ स्थल पर खून के निशान और घसीटने के संकेत मिले हैं, जिससे कई अन्य माओवादियों के मारे जाने या घायल होने की संभावना है।
  • सुरक्षाबल पूरे क्षेत्र में सघन सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।

नक्सलियों को आत्मसमर्पण की चेतावनी

एसपी चव्हाण ने नक्सलियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अब उनके पास हिंसा छोड़ने और आत्मसमर्पण करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने माओवादियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील की, अन्यथा कठोर कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा।

60 दिनों में 67 नक्सली ढेर

  • आईजी सुंदरराज पी के मुताबिक, 2025 में भी सुरक्षाबल नक्सल विरोधी अभियान में आक्रामक रणनीति अपनाए हुए हैं।
  • पिछले 60 दिनों में बस्तर रेंज में 67 हार्डकोर नक्सली मारे गए।
  • डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा, सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी और बस्तर फाइटर जैसे सुरक्षा बल बस्तर में शांति, सुरक्षा और विकास के लिए पूरी ताकत से जुटे हैं।