रायपुर। बिहार के रोहतास जिले के एक इलाके में छापामार कार्रवाई करते हुए छत्तीसगढ़ की 41 लड़कियों को पुलिस की टीम ने रेस्क्यू किया था। इन्हीं लड़कियों को वापस लाने के लिए पुलिस और महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम सासाराम पहुंच गई है, जहां लड़कियां बाल कल्याण समिति के संरक्षण में हैं।

पुलिस की कार्रवाई में राजनांदगांव, रायपुर समेत प्रदेश के अलग-अलग जिलों की लड़कियों की बरामदगी की सूचना बिहार के समाज कल्याण विभाग ने छत्तीसगढ़ शासन को भेजी, जिसके बाद पुलिस और महिला एवं बाल विकास विभाग के अफसर हरकत में आये। इसके बाद राजनांदगांव के एएसपी राहुल देव शर्मा को छत्तीसगढ़ की लड़कियों को लाने के लिए सरकार ने नोडल अधिकारी के रूप में एक टीम लेकर बिहार भेजा है। इसी तरह महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम में दत्तक ग्रहण अधिकारी आर एस चौकसे, राजनांदगांव के जिला बाल संरक्षण अधिकारी चंद्रकिशोर लाडे और नारायणपुर की संरक्षण अधिकारी सरिता एवं अन्य को शामिल किया गया है। ये सभी रविवार की सुबह रोहतास पहुंच गए हैं।

लड़कियों का लिया जा रहा है बयान

TRP न्यूज को बाल कल्याण समिति रोहतास से जानकारी मिली है कि फिलहाल सभी लड़कियों का बयान लिया जा रहा है, और इसमें काफी वक्त लग रहा है। संभव है कि सोमवार को भी पूरा दिन बयान लेने और इन सभी को वापस लाने की प्रक्रिया में बीत जायेगा। बताया जा रहा है अफसर इन सभी को एक साथ वापस लाने की तैयारी के साथ गए हैं और सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी को संभवतः बस का इंतजाम करके वापस लाया जायेगा।

बता दें कि रेस्क्यू की गई लड़कियों में सर्वाधिक राजनांदगांव जिले की हैं। इसके अलावा रायपुर, मुंगेली, जांजगीर-चांपा, बेमेतरा, बिलासपुर, कोरबा और बालोद की लड़कियां भी मिली हैं। इनके अलावा 3 नाबालिग लड़के भी मिले हैं।

रोहतास जिले की पुलिस के FIR में उल्लेख है कि अधिकांश लड़कियों को पार्टी आदि में डांस कराने के नाम पर बिहार लाया गया है और इसके एवज में उनके परिजनों को 40-50 हजार रुपए दिए गए हैं। डांस और ऑर्केस्ट्रा पार्टियों द्वारा इन लड़कियों से कार्यक्रमों में डांस के साथ ही देह व्यापर का धंधा भी कराये जाने का खुलासा हुआ है। देश की जानी-मानी संस्था बचपन बचाओ आंदोलन की टीम द्वारा पुलिस अधीक्षक को इसकी जानकारी देते हुए छापामार कार्रवाई कराइ गई है।

बहरहाल छत्तीसगढ़ से पुलिस और विभागीय अफसरों की टीमें रोहतास पहुंच गई हैं और रेस्क्यू की गई लड़कियों और लड़कों को जल्द से जल्द वापस लाने के प्रयास में जुट गई हैं।