रायपुर। नगर निगम, कोरबा में सभापति के हुए चुनाव में जिस तरह भाजपा की जमकर किरकिरी हुई है, इसे देखते हुए प्रदेश भाजपा एक के बाद एक लगातार कार्रवाई कर रही है। पार्टी ने मंत्री लखन देवांगन को नोटिस जारी करने के बाद अब इस पूरे खेल की जांच के लिए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल के नेतृत्व में 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण देव सिंह के निर्देश पर कोरबा निगम में सभापति चुनाव की पार्टी स्तर पर जांच के लिए तीन सदस्यों की समिति बनाई गई है। कमेटी सप्ताह भर में अपनी रिपोर्ट देगी। बताया जा रहा है कि यह कमेटी इस बात की जांच करेगी की कोरबा नगर पालिक निगम के सभापति चुनाव में भाजपा के पास बहुमत का आंकड़ा होने के बावजूद शर्मनाक हार कैसे हुई। इस षड्यंत्र के पीछे कौन लोग थे, जिन्होंने पार्टी की पूरे प्रदेश में छवि खराब करवा दी।

गौरतलब है कि नगर निगम कोरबा में भाजपा के पास पार्षदों की संख्या 45 है और महापौर का वोट मिला दिया जाए तो यह आंकड़ा 46 का होता है, मगर सभापति के चुनाव में पार्टी प्रत्याशी हितानंद अग्रवाल को मात्र 18 वोट ही मिले।

पार्टी इस मामले को लेकर काफी गंभीर है। सूत्र बताते हैं कि भाजपा के दिल्ली मुख्यालय से भी सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं। यही वजह है कि प्रदेश अध्यक्ष किरण देव सिंह ने कोरबा निगम में सभापति चुनाव को काफी गंभीरता से लिया है और इसकी जांच के लिए तीन सदस्यों की समिति बनाई है। समिति का संयोजक पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरी शंकर अग्रवाल को बनाया गया हैं, जिन्हें जल्द ही कोरबा पहुंचकर मामले की तह तक जाते हुए षड्यंत्रकारियों का पता लगाने को कहा गया है।