रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र में महतारी वंदन योजना को लेकर सदन में हंगामा हुआ। विधायक विक्रम मंडावी ने योजना से जुड़ी विसंगतियों पर सवाल उठाया, जिसके बाद पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। जवाब से असंतुष्ट विपक्षी नेताओं ने नारेबाजी की और सदन से वॉकआउट कर दिया।

3,971 लाभार्थियों को नहीं मिली किश्त
विधायक विक्रम मंडावी ने सरकार से पूछा कि योजना शुरू होने के बाद कितने पात्र हितग्राही ऐसे हैं, जिन्हें एक भी किश्त नहीं मिली। इसके जवाब में मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बताया कि 3,971 लाभार्थियों को अब तक एक भी किश्त नहीं मिली है। इसके पीछे बैंक खाते सीडिंग की समस्या और असक्रिय खातों को कारण बताया गया।
इस पर विपक्ष ने सवाल उठाया कि तीन हजार से अधिक लोगों की राशि आखिर कहां जा रही है? मंत्री राजवाड़े ने जवाब दिया कि तकनीकी खामियों को जल्द दूर कर भुगतान किया जाएगा।
विपक्ष ने किया वॉकआउट
विपक्षी नेता उमेश पटेल ने सवाल किया कि क्या सभी 3,971 लोगों को एक साल की बकाया राशि एक साथ दी जाएगी? इस पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि पुरानी राशि वापस नहीं मिलती। इस जवाब से असंतुष्ट विपक्षी विधायकों ने नारेबाजी की और सदन से वॉकआउट कर दिया।
पेंशन योजना का मुद्दा भी उठा
कांग्रेस विधायक कुंवर सिंह निषाद ने पेंशन योजना का मुद्दा उठाते हुए सरकार से पूछा कि किन योजनाओं के तहत पेंशन दी जा रही है। जवाब में मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बताया कि छह योजनाओं के तहत पेंशन का वितरण किया जा रहा है।
इसके बाद निषाद ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में 80% दिव्यांगों को पेंशन नहीं मिल रही। इस पर मंत्री ने स्पष्ट किया कि केवल शासन द्वारा सूचीबद्ध लाभार्थियों को ही योजना का लाभ दिया जा रहा है।