रायगढ़/ घरघोड़ा। नगर पंचायत घरघोड़ा की वार्ड क्रमांक 08 की पार्षद राजकुमारी डनसेना ने प्रेसिडेंट इन काउंसिल (PIC) के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह कदम बिना उनकी सहमति के उन्हें PIC सदस्य बनाए जाने के विरोध में उठाने की बात कही है।

भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़कर पार्षद बनी राजकुमारी डनसेना ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को लिखे पत्र में उल्लेख किया है कि नगर पंचायत द्वारा जारी आदेश क्रमांक 2478 (13 मार्च 2025) और नगर पंचायत अध्यक्ष के पत्र क्रमांक 01 (13 मार्च 2025) के तहत उन्हें पीआईसी सदस्य नामित किया गया, जबकि इसके लिए उनकी सहमति नहीं ली गई थी। उन्होंने इसे अनुचित बताते हुए तत्काल प्रभाव से पीआईसी सदस्य पद से इस्तीफा देने की घोषणा की।

घरघोड़ा में निर्दलीय ने जीता है अध्यक्ष का चुनाव
दरअसल घरघोड़ा नगर पंचायत का चुनाव अपने आप में अनूठा रहा। यहां अध्यक्ष पर निर्दलीय चुनाव लड़े सुरेंद्र चौधरी ने जीत हासिल की थी। मजे की बात यह है कि सुरेंद्र चौधरी तीसरी बार घरघोड़ा के अध्यक्ष बने हैं। पिछली बार वे कांग्रेस पार्टी से अध्यक्ष बने थे। इस बार टिकट नहीं मिली तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और क्षेत्र की जनता ने फिर से उनके ऊपर भरोसा जताया।
भाजपा का बहुमत, मगर कांग्रेसी बना उपाध्यक्ष
घरघोड़ा नगर पंचायत के राजनीतिक समीकरण की बात करें तो यहां भाजपा के 9, कांग्रेस के 4 और 2 निर्दलीय प्रत्याशी ने पार्षद का चुनाव जीता है। मगर जब यहां उपाध्यक्ष का चुनाव कराया गया तो कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी अमित त्रिपाठी आश्चर्यजनक ढंग से 9 वोट पाकर यह चुनाव जीत गए। इस चुनाव में अमित को कांग्रेस के 4, निर्दलीय 2 और अध्यक्ष का वोट भी गिन लिया जाये तो भाजपा के 2 वोट मिले। इस तरह क्रॉस वोटिंग के चलते कांग्रेस प्रत्याशी अमित त्रिपाठी पार्टी का बहुमत नहीं होते हुए भी उपाध्यक्ष का चुनाव जीत गए।
भाजपा ने 2 पार्षदों को किया निष्कासित
नगर पालिका निगम कोरबा की तरह घरघोड़ा नगर पंचायत में भी भाजपा की जमकर किरकिरी हुई। स्पष्ट बहुमत के बावजूद पार्टी उपाध्यक्ष के चुनाव में हार गई। इससे नाराज हाई कमान ने पार्टी के दो पार्षदों अनिल लकड़ा और श्याम भोजवानी को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया।
बीजेपी पार्षद को बना दिया PIC मेंबर
घरघोड़ा नगर पंचायत में उपाध्यक्ष के चुनाव के बाद बारी थी PIC याने प्रेसिडेंट इन काउंसिल के लिए पार्षदों के चयन की। अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी ने जब इसकी घोषणा की तब उसमे बीजेपी पार्षद राजकुमारी डनसेना का नाम पढ़कर सभी को आश्चर्य हुआ। इस सूची में नाम आने से राजकुमारी की स्थिति पार्टी में संदिग्ध हो गई। यही वजह है कि राजकुमारी डनसेना ने पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा जाहिर करने के लिए PIC की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।

माना जा रहा है कि नगर पंचायत अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी ने PIC मेंबर बनाने के दौरान अपने पक्ष में संख्या कम होने के चलते बीजेपी पार्षद को भी मेंबर बना दिया, मगर उनकी यह जुगत काम नहीं आयी और फिलहाल PIC की एक कुर्सी खाली रह गई है।
वैसे बताया जाता है कि घरघोड़ा नगर पंचायत में बीते कई सालों से कुर्सी की उठापटक होती रही है। पिछले कार्यकाल में अध्यक्ष रहे चौधरी को कांग्रेसियों ने बीजेपी के साथ मिलकर कुर्सी से हटा दिया था। मगर उनके अच्छे कार्यकाल को देखते हुए इस बार यहां की जनता ने उन्हें तीसरी बार चुनाव जीता दिया है। बहरहाल देखना यह है कि निर्दलीय अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी नगर पंचायत में किस तरह सामंजस्य स्थापित कर पाते हैं।