रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने CBI के छापे के बाद केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर हमला किया है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि छापे वहीं डाले गए, जिन्होंने कार्रवाई की, वो पुलिस अधिकारी जो दुर्ग में, रायपुर में पदस्थ थे उनके यहां छापे पड़े। सच तो यह है कि सट्टे के खिलाफ अभी तक एक भी कार्यवाही सरकार द्वारा नहीं की गई है। बघेल ने कहा कि उनकी सरकार ने ऑनलाइन सट्टे को रोकने तथा महादेव सट्टा चलाने वालों को गिरफ्तार करने के लिए केंद्र सरकार को लिखा मगर आज तक उन्हें पकड़ा नहीं जा सका। बघेल ने आरोप लगाया कि सट्टा चलाने वालों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का पूरा संरक्षण है।

‘हमने ही सट्टे के खिलाफ कड़ा कानून लाया’

भूपेश बघेल ने राजीव भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि उनकी सरकार ने सट्टे के खिलाफ कानून कड़ा किया। ऑनलाइन बेटिंग को भी सट्टे के रूप में परिभाषित किया गया। हमारा उद्देश्य जुआ सट्टा को रोकने का था। यदि रोकने का नहीं होता तो, पूरे देश में सट्टे के खिलाफ सबसे ज्यादा FIR, सबसे ज्यादा गिरफ़्तारी, सबसे ज्यादा जब्ती, सबसे ज्यादा बैंक खाते सीज करने की कार्रवाई यदि कहीं हुई तो कांग्रेस के शासनकाल में छत्तीसगढ़ में हुई है।

कार्यक्षेत्र के बाहर का मामला, इसलिए…

भूपेश बघेल ने कहा कि हमारा उद्देश्य पवित्र था कि आम जनता या नौजवान सट्टा में बर्बाद न हो, परिवार बर्बाद न हों। इसलिए कड़ा कानून लाया गया। इसके 6 महीने बाद ED हस्तक्षेप करती है। उसके बाद कुछ लोगों की गिरफ़्तारियां हुई। सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल नेहरू नगर भिलाई के ही निवासी थे और महादेव सट्टा को दुबई से ही संचालित कर रहे थे। चूंकि राज्य सरकार के कार्यक्षेत्र से बाहर का मामला था इसलिए भारत सरकार को पत्र भी हमने लिखा कि उनकी गिरफ़्तारी होनी चाहिए, दोबारा पत्र लिखा कि लुकआउट सर्कुलर जारी किया जाये, लेकिन उनकी गिरफ़्तारी आज तक नहीं हो पाई।

प्रेस वार्ता में बघेल ने बताया कि ऑनलाइन बेटिंग को लेकर गूगल को हमने लिखा कि आपके साइट से यह एप खेला जा रहा है, उसे बंद किया जाये, उन्होंने बंद कर दिया, लेकिन व्यापक पैमाने पर दूसरे प्लेटफार्म में ऑनलाइन बेटिंग पर हो रही है। उसको रोकने का क्षेत्राधिकार भारत सरकार के पास है। सरकार को हमने पत्र लिखा, कि ऑनलाइन बेटिंग को रोका जाये, पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाये। राज्य सरकार की ओर से पुलिस की ओर से कार्रवाई की गई, लेकिन ED इस मामले में राजनीति करना चाहती थी। अभी तक CBI भी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को ढूंढ रही है, लेकिन एक नया नाम आता है, शुभम सोनी का। वह अचानक प्रगट हुआ चुनाव के नजदीक, उसका वीडियो जारी होता है। वीडियो ED जारी नहीं करती, बल्कि भाजपा के कार्यालय से जारी होता है। शुभम कहता है कि सौरभ या रवि महादेव सट्टे के मालिक नहीं हैं, बल्कि मैं हूं, और ये मेरे अधीनस्थ काम करते हैं। तब मैंने सवाल उठाया था कि ऐसा मालिक बहुत कम मिलेगा जो अपने नौकर की शादी में 200 करोड़ रूपये खर्च करता है।

असीम दास के मामले का भी किया जिक्र

बघेल ने बताया कि असीम दास नामक ड्राइवर आता है, होटल में रुकता है और पकड़ा जाता है। उसके पास जो गाड़ी थी वह एक पूर्व मंत्री और भाजपा के बड़े नेता के भाई के नाम से थी। एक ड्राइवर के पास करोड़ों रुपया.. उसके घर में भी करोड़ों रुपया और एक राशन कार्ड भी बरामद होता है, जो शख्स राशन कार्ड से अनाज लेता हो उसके घर में करोड़ों रूपये मिल मिल जाये उसके बारे में क्या कहा जा सकता है।

शिकायत करने वाले भाजपा नेता पर भी किया कटाक्ष

भूपेश बघेल ने कहा कि इस बीच सरकार बदल गई, तब ED ने EOW को केस सुपुर्द कर दिया, बाद में केस CBI को सौंप गया। अभी अभी भाजपा के एक नेता ने CBI के डायरेक्टर को पत्र लिखा। लिखावट तो बिलकुल CBI की लगती है, भाजपा नेता की नहीं। इस प्रकार से ये छापे डाले गए हैं।

दूसरे देश की नागरिकता ली सटोरियों ने

भूपेश बघेल ने बताया कि पूर्व में महादेव सट्टा संचालक की दुबई में गिरफ़्तारी की अफवाह फैलाई गई। मगर जब प्रदेश कांग्रेस के RTI प्रमुख ने इस सम्बन्ध में जानकारी मांगी तब दुबई के कांसुलेट ने जवाब दिया कि इस तरह की कोई कार्यवाही नहीं की गई है। भूपेश ने अब मिल रही जानकारी के आधार पर बताया कि महादेव सट्टा के संचालकों ने एक ऐसे देश की नागरिकता ले ली है, जहां केंद्र की सरकार हस्तक्षेप नहीं कर सकती।

‘मिश्रा जी का सहयोग ले लेते…’

भूपेश बघेल ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर इन्हें सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के बारे में जानकारी नहीं मिल रही है तो वे इनके प्रिय कथा वाचक प्रदीप मिश्रा का सहयोग ले लेते जो इनके यहां जशपुर में यजमान बने हुए हैं। मिश्रा जी ने दुबई में सौरभ और रवि की जजमानी करते हुए उन्हें कथा सुनाई थी, उनसे इनके बारे में जानकारी ले लेते। अभी तो डबल इंजन की सरकार है, अब तो इन सटोरियों पर कार्रवाई करनी चाहिए।

‘छापे की कार्रवाई करके दे दिया यह सन्देश’

प्रेसवार्ता के आखिर ने भूपेश बघेल ने कहा कि सट्टे के खिलाफ कार्रवाई करने वालों के यहां छापे पड़वाने वाले प्रधान मंत्री और गृह मंत्री ने यह स्पष्ट सन्देश दे दिया है कि देश भर में जो भी महादेव सट्टा वालों के खिलाफ कार्यवाही करेगा उसके यहां भी इसी तरह CBI के छापे पड़ेंगे। सौरभ और रवि जैसे लोगों को केंद्र सरकार का खुला संरक्षण है।