रायपुर। रायपुर नगर निगम की ‘मेयर इन काउंसिल’ (MIC) बैठक महापौर श्रीमती मीनल चौबे की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में आयुक्त विश्वदीप और MIC के अन्य सदस्यों ने भाग लिया। बैठक के दौरान नगर निगम सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा प्रस्तुत जोन पुनर्गठन प्रस्ताव पर चर्चा हुई। सर्वसम्मति से प्रस्ताव को पारित करते हुए इसे सामान्य सभा में चर्चा के लिए प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।

जोन पुनर्गठन की आवश्यकता क्यों?
वर्तमान में रायपुर नगर निगम में 10 जोन कार्यालय और 70 वार्ड हैं। पहले, हर जोन में 7-7 वार्डों का विभाजन किया गया था, लेकिन 2024 के वार्ड परिसीमन के बाद जोन-09 और जोन-10 में 8-8 वार्ड हो गए हैं, जबकि जोन-03 में केवल 5 वार्ड हैं। इस असमानता के कारण प्रशासनिक संचालन में असंतुलन उत्पन्न हो रहा है। इसे सुचारू रूप से संचालित करने के लिए नए जोन के गठन का प्रस्ताव रखा गया है।
नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 के तहत पुनर्गठन प्रक्रिया
धारा 48 के अनुसार:
- 3 लाख या उससे अधिक जनसंख्या वाले नगर निगमों में वार्ड समितियों का गठन किया जाएगा।
- प्रत्येक वार्ड समिति का गठन अध्यक्ष के निर्वाचन की तारीख से तीन दिन के भीतर किया जाना आवश्यक है।
- निगम की वार्ड समिति में सम्मिलित वार्डों की संख्या यथासंभव समान होगी।
- वार्ड समितियों के गठन में निकटवर्ती वार्डों को एक साथ रखा जाएगा।
- वार्ड समिति में संबंधित क्षेत्र के निर्वाचित पार्षद और महापौर द्वारा नामांकित दो व्यक्ति शामिल होंगे।
- वार्ड समिति अपने निर्वाचित पार्षदों में से एक को अध्यक्ष के रूप में चुनेगी।
- राज्य सरकार, वार्ड समितियों के अधिकार, शक्तियों और कार्य संचालन की प्रक्रिया को निर्धारित करेगी।
आगे की प्रक्रिया
MIC की बैठक में जोन पुनर्गठन प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। अब इसे नगर निगम की सामान्य सभा में विस्तृत चर्चा के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। यदि सामान्य सभा से स्वीकृति मिलती है, तो रायपुर नगर निगम में नए जोनों का गठन किया जाएगा, जिससे प्रशासनिक कार्यों को अधिक प्रभावी ढंग से संचालित किया जा सके।