रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की नई आबकारी नीति के तहत वित्तीय वर्ष 2025-26 में राज्य में 67 नई शराब दुकानें खोली जाएंगी। ये दुकानें उन जिलों में स्थापित की जाएंगी, जहां पहले से कोई दुकान नहीं है। हालांकि, रायपुर जिले में नई दुकानें नहीं खुलेंगी, क्योंकि यहां पहले से ही अन्य जिलों की तुलना में सबसे अधिक शराब की दुकानें हैं।

अधिक दुकानों वाले इलाकों से होगी शिफ्टिंग

रायपुर के कई इलाकों में शराब की अधिक दुकानें मौजूद हैं, जिससे अन्य क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन उन इलाकों को चिन्हित कर रहा है जहां जरूरत से ज्यादा दुकानें हैं। इन दुकानों को ऐसे क्षेत्रों में स्थानांतरित किया जाएगा, जहां शराब की कोई दुकान नहीं है।

राजस्व में होगी वृद्धि

शराब विहीन क्षेत्रों में दुकानें खुलने से सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी होगी। अभी तक इन इलाकों में लोग अवैध रूप से बिकने वाली शराब पर निर्भर रहते हैं, जिससे सरकार को आर्थिक नुकसान होता है। नई दुकानों के खुलने से लोग अधिकृत दुकानों से शराब खरीदेंगे, जिससे विभाग की आय बढ़ेगी।

रायपुर में 78 शराब दुकानें

आबकारी विभाग के आंकड़ों के अनुसार, रायपुर जिले में वर्तमान में 78 शराब दुकानें संचालित हैं, जिनमें देशी, विदेशी और प्रीमियम शराब की दुकानें शामिल हैं। इनमें से अधिकांश दुकानें रायपुर शहर में स्थित हैं। कई स्थानों पर एक ही सर्कल में कई दुकानें हैं, जहां एक दुकान से दूसरी दुकान की दूरी महज आधा से एक किलोमीटर के भीतर है। दूसरी ओर, जिले में ऐसे इलाके भी हैं जहां शराब की दुकानें 5 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित हैं, जिससे वहां रहने वाले लोगों को शराब खरीदने के लिए लंबा सफर तय करना पड़ता है।

अवैध शराब की बिक्री पर लगेगी रोक

शराब की अधिक उपलब्धता वाले इलाकों में अवैध शराब की बिक्री कम होती है, लेकिन जहां दुकानें नहीं हैं, वहां अवैध शराब माफिया सक्रिय रहते हैं। खासकर त्योहारों के दौरान इन क्षेत्रों में अवैध शराब की जमकर बिक्री होती है, जिससे लोगों को अधिक कीमत चुकानी पड़ती है। नई दुकानों की शिफ्टिंग से अवैध शराब के कारोबार पर भी रोक लगेगी और लोगों को उचित मूल्य पर शराब उपलब्ध हो सकेगी।