रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज़ हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की प्रक्रिया अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। खबर है कि कैबिनेट विस्तार इसी सप्ताह के भीतर संभव है, और इस सिलसिले में भाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री शिवप्रकाश तथा प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन कल, 8 अप्रैल को रायपुर आ रहे हैं।

लंबे समय से अटका हुआ है कैबिनेट विस्तार

बता दें कि 21 दिसंबर 2023 को शपथ ग्रहण के दौरान कुल 11 मंत्रियों को पद की शपथ दिलाई गई थी, जिनमें मुख्यमंत्री समेत 10 मंत्री वर्तमान में कार्यरत हैं। एक पद पहले ही खाली था, लेकिन वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल के लोकसभा के लिए निर्वाचित हो जाने के बाद, उनके मंत्री पद से इस्तीफा देने से मंत्रिमंडल में दो सीटें रिक्त हो गई हैं।

सूत्रों की मानें तो पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से कैबिनेट विस्तार के लिए अनुमोदन प्राप्त हो चुका है, और शिवप्रकाश एवं नितिन नबीन संभावित मंत्रियों की सूची लेकर रायपुर आ सकते हैं।

मंडल-निगम नियुक्तियों के बाद कैबिनेट विस्तार की सुगबुगाहट

गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ही राज्य सरकार ने विभिन्न मंडलों और निगमों में नियुक्तियाँ की थीं, जिसके बाद से यह अटकलें तेज हो गई थीं कि अब मंत्रिमंडल विस्तार की औपचारिक घोषणा भी शीघ्र की जाएगी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, अब जब संगठनात्मक नियुक्तियाँ लगभग पूरी हो चुकी हैं, तो सरकार मंत्रिमंडल को भी पूर्ण आकार देने की दिशा में आगे बढ़ रही है।

किन नामों पर हो रही है चर्चा?

मंत्रिमंडल में संभावित चेहरों को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई नाम चर्चा में हैं। इनमें शामिल हैं:

  • अमर अग्रवाल– पूर्व मंत्री और अनुभवी विधायक
  • गजेंद्र यादव– वर्तमान विधायक, संगठन के प्रति निष्ठावान
  • राजेश मूणत– रायपुर पश्चिम से विधायक, पूर्व में भी मंत्री रह चुके हैं
  • पुरंदर मिश्रा– रायपुर उत्तर से विधायक
  • धर्मजीत सिंह– जेसीसी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विधायक
  • अजय चंद्राकर– पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ रणनीतिकार

इसके अलावा यह भी संभावना जताई जा रही है कि बस्तर क्षेत्र से किसी नए चेहरे को मंत्रिमंडल में स्थान दिया जा सकता है, ताकि क्षेत्रीय संतुलन और सामाजिक समीकरण को साधा जा सके। वहीं, कुछ पूरी तरह नए और युवा चेहरों को मौका देकर भाजपा एक बार फिर ‘सरप्राइज़ फैक्टर’ का इस्तेमाल कर सकती है।

राजनीतिक संकेत और संतुलन

माना जा रहा है कि इस विस्तार के माध्यम से पार्टी सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन कायम करने की कोशिश करेगी। साथ ही आगामी नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों से पहले पार्टी का जनाधार और मजबूत करने का प्रयास भी किया जाएगा।