0 स्कूलों में छापेमारी के दौरान अनेक गड़बड़ियां उजागर, परीक्षा केंद्र में अनियमितता पर हटाए गए केंद्राध्यक्ष

रायपुर। स्कूल से लंबे समय से अनुपस्थित प्रधान पाठक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। शिक्षा विभाग के रायपुर संभाग के संभागीय संयुक्त संचालक राकेश पांडे और सहायक संचालक अजीत सिंह जाट के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान महासमुंद के झलप क्षेत्र के शैक्षणिक संस्थानों में हड़कंप मच गया। स्कूलों में देर से आने या अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर शिकंजा कसते हुए विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गई। वहीं लगातार अनुपस्थित पाए गए प्राथमिक शाला झलप के प्रधान पाठक सुदर्शन सिंह ध्रुव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।

लगातार 2 महीने से गायब हैं प्रधान पाठक

संभागीय अधिकारियों के निरीक्षण में सामने आया कि प्रधान पाठक जैसे अहम् पद पर पदस्थ होने के बावजूद सुदर्शन सिंह ध्रुव लंबे समय से लगातार अनुपस्थित हैं। वहीं रिकॉर्ड के अवलोकन से पता चला कि ध्रुव इस बार 5 फरवरी से स्कूल नहीं आये हैं। इससे पहले भी वे स्कूल से कई दिन तक गायब रहे हैं। इसे देखते हुए JD ने उसके वेतन पत्रक, सेवा पुस्तिका सहित अन्य दस्तावेजों को जब्त किया और जांच के लिए अपने साथ ले आये।

यहां JD ने अन्य शिक्षकों को समय पर स्कूल संचालन हेतु सख्त निर्देश दिए। साथ ही संकुल समन्वयक एवं प्राचार्य को नियमित मॉनिटरिंग कर रिपोर्ट देने के निर्देश भी दिए गए।

किताबों को बेच दिया कबाड़ में

प्राथमिक शाला झलप के निरीक्षण के दौरान पता चला कि प्रधान पाठक सुदर्शन सिंह ध्रुव ने पुराने शासकीय अभिलेखों को कबाड़ में बेच दिया है। JD राकेश पांडेय ने TRP न्यूज़ को बताया कि विद्यालय में 2010 के बाद का कोई डेड स्टॉक नहीं है। ध्रुव ने किताबों, डेली डायरी, उपस्थिति पंजी आदि को बेच दिया है। उन्हें इस सम्बन्ध में इलाके के BEO ने बताया कि ध्रुव द्वारा बेची गई सामग्रियों की जांच की गई है, मगर बो ने इसकी कोई रिपोर्ट तैयार नहीं की है। JD ने बताया कि निरिक्षण में BEO की प्रशासनिक लापरवाही भी सामने आयी है। दस्तावेजों की जांच में और भी खुलासे होंगे।

उच्चतर माध्यमिक शाला में भी मिली लापरवाही

इस दौरान शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला झलप के निरीक्षण में अधिकांश स्टाफ अनुपस्थित पाए गए। केवल कुछ शिक्षकों और वीक्षक ड्यूटी पर तैनात एक शिक्षिका को छोड़कर बाकी गैरहाजिर थे। इस पर सभी को स्पष्टीकरण नोटिस जारी किया गया है और जवाब असंतोषजनक पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

ओपन परीक्षा में अनियमितता, सहायक केन्द्राध्यक्ष बदले

इसी विद्यालय में आयोजित कक्षा 12वीं की ओपन परीक्षा (अंग्रेजी विषय) में भी व्यवस्थागत अनियमितता मिली। देर से आने और लापरवाही बरतने पर एक व्याख्याता और लिपिक से जवाब मांगा गया है। वहीं सहायक केन्द्राध्यक्ष देव कुमार ध्रुव को उनके पद से हटाकर उनकी जगह व्याख्याता गिरधारी लाल पटेल को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

इसी तरह शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला नरतोरा के निरीक्षण के दौरान दो व्याख्याता अश्विनी वानखेडे और विरोध कुमार असगर अनुपस्थित मिले। ऐसे में उनके साथ ही प्रभारी प्राचार्य डीपी चंद्राकर को भी समय पर रिपोर्ट न देने के लिए शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है। सभी से एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा गया है, अन्यथा अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

संभागीय संयुक्त संचालक द्वारा किये गए निरीक्षण इलाके के स्कूलों में शिक्षकों व कर्मचारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। अमूमन BEO और निचले स्तर के अधिकारी स्कूलों में पहुँचते हैं, मगर इस बार JD स्तर के अफसर के औचक दौरे से शिक्षा महकमे में अफरा-तफरी है। संयुक्त संचालक राकेश पांडे ने कहा है कि शिक्षा की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा, और लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।