रायपुर। दिनांक 16 अप्रैल 2025 को कलिंगा विश्वविद्यालय और पर्यावरण एवं ऊर्जा विकास केंद्र (CEED) ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। कलिंगा विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित हस्ताक्षर समारोह में जलवायु और ऊर्जा परिवर्तन, अनुसंधान और नवाचार, संसाधन साझाकरण, क्षमता निर्माण, शिक्षाविदों और औद्योगिक सहयोग के बीच नवीन सहयोग आदि क्षेत्रों पर ध्यान आकर्षित किया गया। इस साझेदारी का उद्देश्य विविध पहलों के माध्यम से छात्रों को सशक्त बनाना तथा उनके समग्र विकास और आधुनिक चुनौतियों के लिए तैयारी में योगदान देना है।

पर्यावरण एवं ऊर्जा विकास केंद्र (CEED) मुख्य रूप से ऊर्जा परिवर्तन, परिवेशी वायु गुणवत्ता, वृत्तीय अर्थव्यवस्था और सभी के लिए स्वच्छ जल पर ध्यान केंद्रित करते हुए जलवायु परिवर्तन की दिशा में काम करता है। पिछले 10 वर्षों से CEED दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में कार्य करते हुए सिंधु-गंगा के मैदान में जलवायु परिवर्तन, कार्बन तटस्थता, परिवेशी वायु गुणवत्ता, ऊर्जा संक्रमण और चक्रीय अर्थव्यवस्था के मुद्दों को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहा है।

समझौता ज्ञापन पर CEED के सीईओ और संस्थापक रमापति कुमार और कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर, महानिदेशक डॉ. बायजू जॉन तथा सभी डीन और विभागाध्यक्ष भी उपस्थित थे। CEED टीम के प्रतिनिधियों में डॉ. मनीष वर्मा – निदेशक, जलवायु एवं ऊर्जा, अश्विनी अशोक – निदेशक, जस्ट ट्रांजिशन, तुषार शर्मा – राज्य प्रमुख, छत्तीसगढ़, नूतन वर्मा – कार्यक्रम अधिकारी, आउटरीच और केशव शर्मा – एसोसिएट, आउटरीच शामिल थे।

कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए, विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा ग्रेड B+ से मान्यता प्राप्त है। यह छत्तीसगढ़ का एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है, जो लगातार तीसरे वर्ष 2022, 2023 और 2024 के लिए शीर्ष 101-150 विश्वविद्यालयों के बैंड में एनआईआरएफ रैंकिंग में शामिल है। छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाले बहुविषयक अनुसंधान-केंद्रित शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाता है, ताकि वैश्विक मानदंडों के अनुसार छात्रों में नवाचार पैदा किया जा सके और नेतृत्व शक्ति के विकास के साथ जिम्मेदार नागरिक की भावना विकसित की जा सके।

समारोह का समापन समझौता ज्ञापन के अनुसार उल्लिखित उद्देश्यों को प्राप्त करने तथा प्रस्तावित सहयोगात्मक गतिविधियों को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने के लिए आपसी प्रतिबद्धता की अभिव्यक्ति के साथ हुआ।