मुंगेली। लोरमी थाना क्षेत्र के कोसाबाड़ी गांव में छह दिन पहले घर के आंगन में सो रही सात साल की मासूम बच्ची महेश्वरी गोस्वामी के रहस्यमय ढंग से लापता हो जाने के बाद इलाके में सनसनी फैली हुई है। परिजनों ने अपहरण की आशंका जताई है। वारदात की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला ने खुद भी लोरमी दौरा किया और पुलिस अधिकारियों को नए निर्देश दिए।

इस घटना के बाद से पुलिस की सात टीमें बच्ची की तलाश में जुटी हैं, लेकिन अब तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी हैं। आईजी डॉ. संजीव शुक्ला खुद लोरमी पहुंचे और थाने में अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक लेकर जांच में तेजी लाने को कहा। आईजी ने कहा कि बच्ची की बरामदगी और आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। बच्ची की तलाश में न सिर्फ स्थानीय थानों की टीमें, बल्कि अब बिलासपुर की विशेष टीमें भी शामिल होने वाली हैं। आसपास के गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। एक बैगा सहित कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। सोशल मीडिया के माध्यम से भी तलाशी हो रही है।
इधर, बच्ची के परिजनों से मिलने के लिए बुधवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल भी कोसाबाड़ी गांव पहुंचा। पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष थानेश्वर साहू के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। साथ ही राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की मांग की है।
परिजनों ने बताया कि बच्ची 6 दिन से लापता है, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है, जिससे वे डरे और असहाय महसूस कर रहे हैं। बच्ची की सुरक्षा को लेकर अब पूरे गांव में बेचैनी है। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल खोजबीन की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं।