गरियाबंद। फिंगेश्वर क्षेत्र में रबी फसल के लिए पानी की कमी से जूझ रहे किसानों का आक्रोश आखिरकार सड़कों पर फूट पड़ा। इसी कड़ी में बुधवार सुबह करीब 8 बजे बेलर स्थित राजस्व दफ्तर का किसानों ने घेराव कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। बड़ी संख्या में जुटे किसान सिकासेर जलाशय से खेतों तक पानी नहीं पहुंचने से नाराज थे।

अधिकारियों का किया घेराव, मौके पर पहुंची पुलिस
प्रदर्शन के दौरान स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई जब अफसरों द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया जिससे गुस्साए किसानों ने पाण्डुका और फिंगेश्वर जल संसाधन विभाग के एसडीओ को दफ्तर के भीतर ही रोक लिया। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा और अधिकारियों को सुरक्षा मुहैया कराई गई, हालांकि किसानों में सिंचाई का पानी नहीं मिलने को लेकर गुस्सा बना हुआ है।
किसानों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनके खेतों तक पानी नहीं पहुंचेगा, तब तक वे दफ्तर के सामने धरने पर डटे रहेंगे। इस बीच अधिकारियों ने पांच घंटे के भीतर खेतों तक पानी पहुंचाने का आश्वासन जरूर दिया, लेकिन किसानों ने कहा कि खेतों में पानी छोड़े जाने तक वे यहां से नहीं हटेंगे।
10 दिनों से सूख रहे हैं खेत, फसल खतरे में
राजिम इलाके के बेलर, फूलझर, बोडकी और छूहिया इलाके के लगभग 600 एकड़ क्षेत्र में बोई गई रबी की फसल पानी की कमी से सूखने की कगार पर पहुंच गई है। किसानों का कहना है कि पिछले 10 दिनों से वे लगातार विभाग से सिंचाई के लिए पानी की मांग कर रहे हैं। पहले उन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखी, लेकिन लगातार अनसुना किए जाने पर अब उन्हें सख्त कदम उठाना पड़ा।
सरकार से मांगा स्थायी समाधान
किसानों ने यह भी मांग की है कि भविष्य में इस तरह की स्थिति न बने, इसके लिए सरकार को स्थायी समाधान निकालना चाहिए। जलाशयों से पर्याप्त और समय पर पानी पहुंचाने के लिए समुचित योजना और निगरानी जरूरी है, ताकि किसानों की मेहनत यूं ही बर्बाद न हो।