रायपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए देशभर में पाकिस्तानी नागरिकों की जांच और सत्यापन का आदेश दिया है। गृहमंत्री अमित शाह की राज्यों के मुख्यमंत्री संग बैठक के बाद छत्तीसगढ़ में भी पाकिस्तानी नागरिकों की गहन निगरानी शुरू हो चुकी है।

एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने बताया कि रायपुर में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों के दस्तावेजों की जांच के साथ-साथ स्थानीय थानों में सत्यापन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नागरिकता के लिए आवेदन करने वालों की सूची का मिलान भी किया जा रहा है। राज्य में ऐसा पहली बार हो रहा है जब इतने बड़े स्तर पर पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान, निगरानी और सत्यापन की प्रक्रिया चलाई जा रही है।

वीजा कैटेगरी की हो रही छानबीन

गृह मंत्री के निर्देश के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अब इन नागरिकों के दस्तावेजों की जांच करने में जुट गई हैं। पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसियां इस समय यह पता लगाने में जुटी हैं कि छत्तीसगढ़ में रह रहे पाकिस्तानी नागरिक किस वीजा कैटेगरी के तहत भारत में हैं। इनमें विजिटर, मेडिकल, धार्मिक, बिजनेस और सार्क वीजा शामिल हैं। खास तौर पर सार्क वीजा धारकों की पहचान की जा रही है, क्योंकि केंद्र ने इन्हें ही प्राथमिकता के आधार पर देश छोड़ने का निर्देश दिया है।

केंद्र के आदेश के बाद देशभर में उन पाकिस्तानियों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का निर्देश दिया गया है, जो सार्क वीजा या अन्य अल्पकालिक वीजा पर देश में रह रहे हैं। हालांकि, जिन पाकिस्तानी हिंदू नागरिकों को दीर्घकालिक वीजा (LTV) मिला है, उन्हें इस आदेश से छूट दी गई है और उनकी नागरिकता प्रक्रिया पर कोई असर नहीं होगा।