- SDRF की टीम ने चलाया रेस्क्यू अभियान, बचा नहीं सके उसकी जान
- चार महीने पहले इसी बिल्डिंग में लिफ्ट से गिरकर हुई थी एक अन्य युवक की मौत
दुर्ग। भिलाई शहर में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां लिफ्ट के 3rd फ्लोर से गिरकर एक शख्स की मौत हो गई। बताया जाता है कि घायल शख्स एक घंटे तक तड़पता रहा, इस दौरान SDRF की टीम ने काफी मशक्कत करके उसे बाहर निकाला मगर अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।


लिफ्ट का दरवाजा खुला था, मगर नीचे थी लिफ्ट…
यह घटना आज सुबह 5 बजे की है। 3rd फ्लोर में लिफ्ट का दरवाजा खुला था लेकिन लिफ्ट नीचे थी। राजा बांदे नामक शख्स यह देख नहीं पाया और सीधे लिफ्ट के अंदर चला गया। ऐसे में वह ग्राउंड फ्लोर पर मौजूद लिफ्ट की छत पर जा गिरा। इस घटना की जानकारी मिलते ही घायल शख्स को बचाने का प्रयास शुरू हो गया।
बुलानी पड़ी SDRF की टीम
लिफ्ट की छत पर घायल अवस्था में पड़े राजा बांदे को सुरंगनुमा जगह से बाहर निकालना काफी मुश्किल हो रहा था, इसलिए राज्य की आपदा राहत एवं बचाव (SDRF) की टीम को बुलाया गया। SDRF की टीम को भी घायल शख्स को बाहर निकालने के लिए काफी जुगत लगानी पड़ी। टीम ने अपने कुछ जवानों को रस्सी के सहारे नीचे उतारा। इसके बाद उन्होंने लिफ्ट पर गिरे युवक को सावधानी पूर्वक निकाला और तुरंत मेडिकल टीम को सौंप कर अस्पताल भेज दिया। मगर इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया

कैसे खुला रह गया लिफ्ट का दरवाजा..?
इस हादसे के बाद मृतक के परिजनों ने प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं कि लिफ्ट का दरवाजा आखिर कैसे खुला रह गया था। अमूमन लिफ्ट के सही जगह पर पहुंचकर रुकने के बाद ही लिफ्ट के अंदर और बाहर का दरवाजा खुलता है, मगर लिफ्ट ग्राउंड फ्लोर पर थी और तीसरी मंजिल पर लिफ्ट का दरवाजा खुला हुआ था।
गार्ड मना करता, इससे पहले ही वो लिफ्ट से गिर पड़ा
सुपेला थाना प्रभारी राजेश मिश्रा ने बताया कि चौहान इस्टेट के गार्ड ने बयान दिया है कि युवक चौहान इस्टेट के किसी भी व्यवसायिक परिसर में काम नहीं करता था। वो अचानक ही सुबह ऊपर दिखा। इससे पहले कि वो उसे बाहर जाने के लिए बोलता वह लिफ्ट से गिर गया।

जिस समय यह घटना हुई लिफ्ट ग्राउंड फ्लोर पर थी, इसलिए युवक सीधे लिफ्ट के ऊपर ही गिरा और उसे सिर कमर पैर पर काफी गंभीर चोटें आई थी।
बता दें कि चौहान इस्टेट में लगी लिफ्ट केवल उसके रूफ टॉप यानि चौथी मंजिल पर संचालित होटल एंड रेस्टोरेंट जुमांजी के लिए जाती है। लेकिन लिफ्ट ग्राउंड फ्लोर में होने के बाद भी दरवाजा खुला था। इससे युवक ने लिफ्ट का दरवाजा खुला देखा तो सोचा लिफ्ट रुकी है, लेकिन वो जैसे ही अंदर घुसा, तब वह सीधे नीचे गिर गया। पुलिस सीसीटीवी के फुटेज भी खंगाल रही है।

चार महीने पहले भी इसी तरह हुई थी एक मौत
बता दें कि चन्द्रा-मौर्या चौक स्थित चौहान इस्टेट में 4 महीने में ये दूसरी घटना है। इसी लिफ्ट से गिरकर नारियल पानी बेचने वाले शख्स की भी मौत हो गई थी। मृतक की पहचान विनय गुप्ता (32वर्ष) निवासी कर्मा स्कूल के पीछे, वार्ड-17 सुपेला, के रूप में हुई थी।
युवक आकाश गंगा मार्केट में नारियल पानी बेचता था। सुपेला पुलिस ने इस पर भी मामला दर्ज किया था, बाद में इसे दुर्घटना बताकर फाइल को बंद कर दिया गया।
हादसों को रोकने सरकार ने नया नियम किया है लागू
गौरतलब है कि सरकार ने कुछ दिन पहले ही इस तरह के हादसों को रोकने के लिए ही लिफ्ट और एस्केलेटर का पंजीयन अनिवार्य कर दिया है तथा उसके नियमित तौर पार जांच का भी नियम बनाया है। बिल्डिंग के किसी भी मंजिल पर लिफ्ट के नहीं पहुंचने के बावजूद लिफ्ट के दरवाजे का खुलना बहुत बड़ी लापरवाही है। चौहान इस्टेट के प्रबंधन ने पूर्व में हुए हादसे के बावजूद सबक नहीं लिया और इस बीच एक और निर्दोष की जान चली गई। ऐसे में पुलिस को कड़ा रुख अपनाते हुए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।