कांकेर। जहां ज्यादातर लोग बीमारी के सामने हार मान लेते हैं, वहीं परलकोट की इशिका बाला ने ब्लड कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के बावजूद ना सिर्फ ज़िंदगी से लड़ाई लड़ी, बल्कि छत्तीसगढ़ बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में 99.17% अंक लाकर राज्यभर में टॉप कर एक मिसाल कायम कर दी।

गुंडाधुर शासकीय हाईस्कूल, पखांजुर की छात्रा इशिका ने कुल 595 अंक प्राप्त किए हैं। उनकी यह उपलब्धि इसलिए भी खास बन जाती है क्योंकि वे पिछले दो वर्षों से ब्लड कैंसर से पीड़ित हैं। बीमारी और इलाज के बीच उन्होंने पढ़ाई को कभी बोझ नहीं बनने दिया, बल्कि इसे अपनी ताकत बना लिया।
पिछले साल नहीं दे सकीं परीक्षा, लेकिन नहीं टूटी उम्मीद
बीमारी के कारण इशिका पिछले वर्ष 10वीं की परीक्षा नहीं दे पाईं थीं। इलाज के दौरान शरीर में असहनीय दर्द और कमजोरी के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। माता-पिता और शिक्षकों का संबल उन्हें हर दिन एक नई ऊर्जा देता रहा। इसी आत्मबल और परिवार के सहयोग के चलते इशिका ने इस वर्ष ना सिर्फ परीक्षा दी, बल्कि राज्य की टॉपर बन गईं।
साधारण परिवार, असाधारण हौसला
इशिका के पिता शंकर बाला एक किसान हैं और मां इति बाला एक गृहिणी हैं। परिवार कांकेर जिले के कोयलीबेडा विकासखंड के परलकोट पीवी नंबर 51 में रहता है। सीमित संसाधनों और स्वास्थ्य समस्याओं के बावजूद इशिका का जज्बा डिगा नहीं।
स्कूल के शिक्षकों ने दी बधाई
इशिका की इस सफलता पर उनके स्कूल के प्राचार्य अरुण कुमार कीर्तनीय और अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं ने खुशी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि, इशिका ने हम सभी को यह दिखा दिया कि मेहनत और हिम्मत से कोई भी मुश्किल आसान हो सकती है। हम उनके जल्दी ठीक होने की कामना करते हैं।