टीआरपी डेस्क। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार की गई ज्योति मल्होत्रा (Jyoti Malhotra) पर देश की जांच एजेंसियों का शक लगातार गहराता गया। इसके पीछे सिर्फ एक नहीं, बल्कि कई कारण सामने आए हैं। ज्योति के पाकिस्तान उच्चायोग (High Commission) में मजबूत संपर्क, पाकिस्तानी सैन्य व उच्च अधिकारियों से करीबी और उसकी लाइफस्टाइल ने जांच एजेंसियों को सतर्क कर दिया।

पाकिस्तान-चीन वीज़ा इतनी आसानी से कैसे मिला?
न्यू अग्रसेन कॉलोनी निवासी ज्योति ने कोरोना काल के दौरान एक यूट्यूब चैनल शुरू किया था। शुरुआत में वह स्थानीय स्थलों के वीडियो बनाती थी, लेकिन बाद में उसकी यात्राएं देश-विदेश तक फैल गईं। साल 2023 के बाद पाकिस्तान से उसके संबंध तेजी से मजबूत हुए। इसी दौरान उसे पाकिस्तान और चीन दोनों देशों का वीज़ा असाधारण रूप से आसानी से मिल गया। जबकि आम नागरिकों के लिए इन देशों का वीजा पाना बेहद कठिन होता है, खासतौर पर भारत और इन दोनों देशों के तनावपूर्ण संबंधों को देखते हुए।
पाकिस्तान की छवि सुधारने की कोशिशें
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान यात्रा के दौरान ज्योति ने जानबूझकर उस देश की सकारात्मक छवि पेश करने की कोशिश की। सोशल मीडिया और यूट्यूब पर वह पाकिस्तान को एक सुरक्षित और आधुनिक देश के तौर पर दिखाने में लगी रही। जांच एजेंसियों का शक और तब गहराया जब यह सामने आया कि वह पाकिस्तान हाई कमिशन के एक अधिकारी दानिश के साथ लगातार संपर्क में थी। दोनों की मुलाकातें और आपसी बातचीत जांच के केंद्र में आ गईं।
शानदार लाइफस्टाइल पर भी उठे सवाल
जांच एजेंसियों को तब और चौंकाने वाली जानकारियां मिलीं जब उन्होंने ज्योति की लग्जरी लाइफस्टाइल पर गौर किया। ट्रैवल ब्लॉगर के रूप में वह कई महंगे देशों की यात्रा करती थी, जिनमें हाल ही में बाली ट्रिप भी शामिल है। बताया जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान उसके साथ एक पाकिस्तानी अधिकारी भी मौजूद था। इसके अलावा पाकिस्तान में वह सीधे पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज़ शरीफ तक पहुंच गई जो सामान्य किसी भारतीय नागरिक के लिए लगभग असंभव है।
जांच जारी, कई बड़े खुलासों की उम्मीद
इन तमाम गतिविधियों और संदिग्ध संपर्कों के चलते ज्योति मल्होत्रा जांच एजेंसियों की रडार पर आ गई और अब उससे गहन पूछताछ की जा रही है। शुरुआती जांच में कई संवेदनशील पहलू सामने आए हैं, जिन पर जल्द ही विस्तृत रिपोर्ट आने की संभावना है।