रायपुर। आबकारी घोटाले के तहत EOW की टीमों ने पूर्व मंत्री कवासी लखमा से जुड़े लोगों और उद्योगपतियों के 39 ठिकानों पर एक साथ दबिश दी। इस दौरान संदेहियों से पूछताछ के अलावा परिसरों की गहन तलाशी ली गई।

इस संबंध में जारी प्रेस नोट के मुताबिक राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) द्वारा पंजीबद्ध अपराध क्रमांक 04/2024 अंतर्गत धारा 7 एवं 12 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (संशोधित अधिनियम, 2018) तथा धारा 420, 467, 468, 471, 120-बी भारतीय दंड संहिता के तहत आबकारी घोटाले की विवेचना जारी है। विवेचना के दौरान यह तथ्य उजागर हुआ कि प्रकरण के प्रमुख संदेही द्वारा अपराध से अर्जित अवैध धनराशि को विभिन्न व्यक्तियों के माध्यम से अलग-अलग व्यवसायों एवं संपत्तियों में बड़े पैमाने पर निवेश किया गया है।

उपरोक्त अवैध निवेश से संबंधित पुख्ता जानकारी प्राप्त होने पर आज दिनांक 20 मई 2025 को राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो की टीमों द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों में स्थित 39 परिसरों पर एकसाथ सर्च एवं सीजर की कार्यवाही की जा रही है।

इस व्यापक अभियान के दौरान संदेहियों के निवास, व्यावसायिक परिसरों एवं अन्य संबंधित स्थलों पर की गई तलाशी में प्रकरण से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज, डिजिटल डेटा, मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, सोना-चांदी, अचल संपत्तियों में निवेश से जुड़े अभिलेखों सहित ₹90 लाख से अधिक की नकद राशि बरामद की गई है। जब्त की गई सामग्री का विश्लेषण किया जा रहा है एवं प्रकरण में अग्रिम वैधानिक कार्यवाही जारी है।

इन स्थानों पर की गई छापेमारी

मिली जानकारी के मुताबिक दुर्ग और भिलाई में सर्वाधिक छापेमारी की गई। भिलाई के आम्रपाली अपार्टमेंट, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में स्थित अशोक अग्रवाल के निवास और व्यवसायिक ठिकाने पर छापा मारा गया। जानकारी के अनुसार, अशोक अग्रवाल को पूछताछ के लिए जांच टीम अपने साथ ले गई है। वहीं विनय अग्रवाल, जो खुर्सीपार क्षेत्र में रहते हैं, उनसे भी अधिकारियों द्वारा पूछताछ की जा रही है। दोनों लोहे के फेब्रिकेशन व्यवसाय से जुड़े हैं।

इसके अलावा नेहरू नगर स्थित स्पर्श हॉस्पिटल के संचालक संजय गोयल, भाजपा नेता और बिल्डर चतुर्भुज राठी तथा बंसी अग्रवाल के ठिकानों पर भी दबिश दी गई है। एसके केजरीवाल, नेहरू नगर के यहां भी अधिकारियों की टीम पहुंची।

इसी कड़ी में धमतरी में भी कार्रवाई की गई, जहां सिहावा चौक स्थित लोहा कारोबारी सौरभ अग्रवाल के घर पर छापा मारा गया। सौरभ अग्रवाल, अशोक अग्रवाल के दामाद बताए जा रहे हैं। सुबह 7 बजे दो वाहनों में सवार आधा दर्जन अधिकारियों की टीम उनके निवास पर पहुंची, जिनमें महिला अधिकारी भी शामिल थीं। बताया जा रहा है कि आबकारी घोटाले में इस तरह की कार्रवाई का दौर अभी जारी रहेगा।