नेशनल डेस्क। IPL 2025 का खुमार अब अंतिम दौर की ओर बढ़ रहा है और जैसे-जैसे मुकाबले अहम होते जा रहे हैं, वैसे-वैसे खिलाड़ियों के बीच टेंशन भी साफ दिखने लगी है। इसी कड़ी में 19 मई को लखनऊ सुपर जायंट्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेले गए हाई-वोल्टेज मुकाबले में जहां स्कोरबोर्ड पर रनों की बारिश हुई, वहीं मैदान पर गर्मागर्म बहस ने क्रिकेट के रोमांच में तूफान ला दिया।

इस पूरे बवाल का केंद्र रहे – हैदराबाद के आक्रामक ओपनर अभिषेक शर्मा और लखनऊ के स्पिनर दिग्वेश राठी, जिनके बीच टकराव ने मैच के नतीजे से ज्यादा सुर्खियां बटोरीं।

मैच का हाल

लखनऊ सुपर जायंट्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए दमदार स्कोर खड़ा किया। टीम ने 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 207 रन बनाए। मिचेल मार्श (65 रन, 39 गेंद), एडेन मार्करम (61 रन, 38 गेंद) और निकोलस पूरन (45 रन, 26 गेंद) ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। ये मुकाबला लखनऊ के लिए ‘करो या मरो’ जैसा था, क्योंकि हार उन्हें प्लेऑफ की दौड़ से बाहर कर सकती थी।

207 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी सनराइजर्स हैदराबाद की शुरुआत कुछ खास नहीं रही, लेकिन अभिषेक शर्मा ने अकेले दम पर मुकाबले में जान डाल दी। उन्होंने सिर्फ 20 गेंदों में 59 रनों की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 4 चौके और 6 छक्के शामिल थे। रवि बिश्नोई के एक ओवर में उन्होंने लगातार 4 छक्के भी जड़ डाले।

टकराव की वजह क्या रही?

7.3 ओवर में स्पिनर दिग्वेश राठी ने अभिषेक शर्मा को आउट कर दिया और इसके बाद उन्होंने अपना चर्चित ‘नोटबुक सेलिब्रेशन’ किया। शायद यही सेलिब्रेशन अभिषेक को नागवार गुजरा। पवेलियन लौटते वक्त दोनों खिलाड़ियों के बीच तीखी बहस हो गई, जो कुछ देर तक चलती रही। लखनऊ के खिलाड़ी और अंपायरों ने मामले को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन दोनों युवा खिलाड़ी एक-दूसरे से भिड़े रहे।

सोशल मीडिया पर हलचल

इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। फैंस जहां एक ओर अभिषेक की आक्रामक बल्लेबाजी की तारीफ कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर दिग्वेश राठी के सेलिब्रेशन को लेकर बहस छिड़ गई है। कुछ लोगों का मानना है कि खेल में जोश जरूरी है, तो कुछ इसे ‘अनस्पोर्ट्समैनलाइक’ बता रहे हैं।

आगे क्या?

मैच के नतीजे से अधिक यह विवाद सुर्खियों में आ गया है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि मैच रेफरी इस मामले में क्या फैसला लेते हैं। वहीं लखनऊ की टीम ने इस मैच में जीत हासिल की तो वह प्लेऑफ की उम्मीदों को जिंदा रखेगी, वरना उनका सफर यहीं खत्म हो जाएगा।