रायपुर। एंटी नक्सल ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिलने के बाद सीएम विष्णु देव साय ने प्रेस वार्ता की है। इसमें डिप्टी सीएम विजय शर्मा, आईजी बस्तर पी सुंदरराज भी मौजूद रहे।

सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि एंटी नक्सल ऑपरेशन में यह ऐतिहासिक क्षण है। भाजपा की सरकार बनने के बाद 424 नक्सली मारे गए हैं। मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करना है। साथ ही बस्तर के कोने-कोने तक संविधान लागू करना हैं। गांव-गांव का विकास करना है। नक्सलियों ने बस्तर को बंधक बना कर रखा था।

सीएम ने कहा- बस्तर में सरकार की योजनाओं से बदलाव आ रहा है। माओवादियों से बात हो सकती है, लेकिन हैदराबाद में बैठे लोगों से कोई बात नहीं हो सकती है। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये नक्सलवाद बहुत बड़ा खतरा है। छत्तीसगढ़ लंबे समय से नक्सलवाद से जूझ रहा है। बस्तर के लोग नक्सलवाद की वजह से मूलभूत सुविधा से वंचित थे। डेढ़ साल से जब से सरकार में आए हैं, माओवाद को खत्म करने में लगे हुए हैं। बुधवार को हमें बड़ी सफलता मिली है। 27 नक्सली मारे गए। दो जवान शहीद हुए हैं, शहीद जवानों को नमन करते हैं।

इस मौके पर डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा अबूझमाड़ पांच हज़ार वर्ग किमी में फैला है। 2023 से हमने सुरक्षा विहीन क्षेत्र को कम करने की कोशिश की। 25 कैंप स्थापित किए हैं।

गौरतलब है कि इस मुठभेड़ में नक्सलवाद आंदोलन की रीढ़ बसव राजू मारा गया है। साय ने बताया कि, बसव राजू पर सवा तीन करोड़ का ईनाम था। तीन दशकों में महासचिव स्तर का लीडर पहली बार मारा गया है। इससे नक्सलियों की कमर टूटी है। उस पर छत्तीसगढ़ द्वारा एक करोड़ एनआईए ने एक करोड़ का इनाम घोषित किया था।

‘नक्सलियों से मुख्य धारा से जुड़ने की अपील करते रहे हैं’

प्रदेश के लोगों को डबल इंजन की सरकार का लाभ मिल रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री कई बार बस्तर दौरे पर आए। जवानों का मनोबल बढ़ाया है। नक्सलियों से शुरू से विकास की मुख्य धारा से जुड़ने की अपील करते रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में नक्सली आत्मसमर्पित कर चुके हैं। बस्तर ओलंपिक और बस्तर पांडुम का सफल होना ये प्रमाण है कि वहां के लोग विकास से जुड़ना चाहते हैं। नक्सली बहुत छोटे क्षेत्र में सिमट गए हैं। नक्सलवाद अंतिम सांस ले रहा है।