Upi Payments Services: नई दिल्ली। Daily limit on UPI: नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के नए दिशा-निर्देश के अनुसार 1 अगस्त से UPI को लेकर बड़े बदलाव होने जा रहे हैं। अगर आप भी अलग-अलग ऐप्स के जरिए, जैसे कि PhonePe, Google pay और Paytm , UPI का इस्तेमाल करते थे तो अब कुछ सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले फीचर्स पर लिमिट लगने वाली है।

दरअसल लिमिट उन सर्विसेज पर लगाई जाने वाली है जिनका लोग फोन ऐप्स के जरिए बार-बार इस्तेमाल करते हैं। इसमें बैलेंस चेक करना, ऑटोपे की अनुमति देना, ट्रांजैक्शन स्टेटस देखना जैसी सर्विस शामिल हैं। इसके बाद कहीं न कहीं UPI पेमेंट ऐप्स इस्तेमाल करने का तरीका काफी बदल जाएगा।
क्यों हुआ बदलाव
UPI से जुड़ी सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली सर्विसेज पर NPCI इसलिए लिमिट लगाने जा रहा है, ताकि UPI नेटवर्क पर जरूरत से ज्यादा लोड न पड़े। बता दें कि सर्कुलर में साफ कहा गया है कि बैंक और पेमेंट ऐप्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि हर API अनुरोध की स्पीड और संख्या को लिमिट किया जाए। इसमें कस्टमर्स और सिस्टम दोनों द्वारा किए गए API अनुरोध शामिल होंगे। अगर बैंक या ऐप इसका पालन नहीं करते, तो NPCI उनके ऊपर सख्त कार्रवाई कर सकता है।
इतनी बार चेक कर पाएंगे बैलेंस
अगर आपको UPI ऐप्स पर बार-बार बैलेंस चेक करने की आदत है, तो बता दें कि 1 अगस्त से आप सिर्फ एक दिन में 50 बार ही बैलेंस चेक कर पाएंगे। इस बारे में Ezeepay के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर मुशर्रफ हुसैन ने बताया कि “यह नियम व्यापारियों के लिए थोड़ी असुविधा की वजह जरूर बन सकता है, लेकिन इसका मकसद UPI नेटवर्क को स्थिर और सभी के लिए उपलब्ध बनाए रखना है।” उन्होंने साफ किया कि बार-बार बैलेंस चेक किए जाने से UPI नेटवर्क पर काफी जोर पड़ता था। इससे कई बार UPI सिस्टम के क्रैश हो जाने जैसी समस्याएं भी देखने को मिलीं।
इन बदलावों के लिए रहें तैयार
NPCI का आदेश है कि पीक टाइम मतलब कि सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे और शाम 5 बजे से रात 9:30 बजे के दौरान बैलेंस चेक करने की सुविधा को सीमित किया जाएगा या रोका जाएगा। साथ ही अब बैंक हर लेनदेन के बाद ग्राहकों को बैलेंस की जानकारी देनी होगी। उम्मीद की जा रही है कि इससे लोग खुद भी बैलेंस चेक करना कम कर देंगे।
सिर्फ इस समय काम करेगा ऑटोपे
इन बदलावों में ऑटो पेमेंट पर भी समय की लिमिट लगाई जाएगी। जो लोग Netflix, SIP या अन्य सर्विस के लिए UPI ऑटोपे का इस्तेमाल करते हैं, उनके लिए अब ऑथराइजेशन और डेबिट प्रोसेसिंग सिर्फ नॉन-पीक आवर्स में ही हो पाएगी। बता दें कि सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक और शाम 5 बजे से रात 9:30 बजे को पीक आवर्स में गिना जाएगा। यह लिमिट इसी दौरान लागू रहेगी। इस दौरान बैकएंड पर होने वाले प्रोसेस और कस्टमर्स की ओर से बार-बार इस्तेमाल की जाने वाली सर्विसेज पर लिमिट और रोक रहेगी।
बता दें कि पिछले कुछ समय से UPI के बार-बार क्रैश होने की घटनाएं सामने आईं थी। इसके बाद UPI सर्विस के इस्तेमाल पर कुछ न्यूनतम चार्ज लेने की मांग भी उठी थी ताकि UPI के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाया जा सके। हालांकि अब किसी भी चार्ज की जगह पीक आवर्स में लिमिट को लागू किया जाने वाला है।