रायपुर। रायपुर सेंट्रल जेल में बंद कुनबी समाज के श्याम देशमुख से मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है। जेल में पदस्थ शिक्षक नेतराम नाकतोड़े पर गंभीर आरोप लगने के बाद प्रशासन ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है। आरोप है कि शिक्षक नेतराम ने श्याम देशमुख को कैदियों से पिटवाया। दरअसल पीड़ित श्याम देशमुख की पत्नी शिल्पा देशमुख अपने पति को ठेले पर बिठाकर सड़कों में घूमकर न्याय की गुहार लगाई, इस बीच जेल प्रबंधन ने यह कार्यवाही की।

समाज के 3 पदाधिकारी गए थे जेल

कुनबी समाज के सचिव पीड़ित श्याम देशमुख, अध्यक्ष देवराज पारधी और पुरुषोत्तम तोड़रे समाज से जुड़े एक मामले में 4 जून से न्यायिक रिमांड पर रायपुर के सेंट्रल जेल में बंद थे। शुक्रवार को उन्हें जमानत मिली।

कैदियों से जेल में पिटवाने का आरोप

जमानत मिलने के बाद श्याम देशमुख के साथ ही उनके समाज के लोग सेंट्रल जेल के शिक्षक और कैदियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर राजधानी के गंज थाना पहुंचे थे। जिसके बाद शनिवार को पीड़ित श्याम देशमुख की पत्नी शिल्पा देशमुख अपने पति को ठेले पर बिठाकर सड़कों में घूमकर न्याय की गुहार लगाई। इस दौरान समाज के लोग भी मौजूद थे।

पिटाई से पैर हुआ फ्रैक्चर

श्याम देशमुख ने बताया कि रायपुर के सेंट्रल जेल के शिक्षक नेतराम नाकतोड़े और वहां के कैदियों ने मिलकर मेरे साथ अत्याचार किए है। अत्याचार करने के साथ ही मारपीट भी की गई है। जिसकी वजह से उसका पैर फैक्चर हो गया है। डंडे और चप्पल से पीठ और पैर पर वार किया गया है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि यह हमला पूर्वनियोजित था।

न्याय के लिए ठेले पर घुमाया पति को

शनिवार को पीड़ित श्याम देशमुख की पत्नी शिल्पा देशमुख ने राजधानी रायपुर में ठेले पर अपने पति को बैठाकर सड़कों पर घुमाया और न्याय की गुहार लगाई। इस विरोध प्रदर्शन ने आम लोगों और प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया।

गृहमंत्री ने दी शिक्षक के निलंबन की जानकारी

इसी बीच कुनबी समाज के प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के डिप्टी सीएम एवं गृहमंत्री विजय शर्मा से मुलाकात की। उन्होंने शिक्षक के सस्पेंशन की जानकारी दी और निष्पक्ष जांच एवं उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।

वहीं इस पूरे मामले में गंज पुलिस का कहना है कि आवेदन मिला है और इसकी जांच जेल प्रबंधन के द्वारा की जाएगी। रिपोर्ट आने पर दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

कुनबी समाज ने इस मामले में केवल शिक्षक नहीं, बल्कि जिम्मेदार जेल अफसरों की भी जवाबदेही तय करने और जल्द FIR दर्ज करने की मांग की है।