टीआरपी डेस्क। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा बिछाए गए IED विस्फोट में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) आकाश राव गिरिपुंजे शहीद हो गए। इस दर्दनाक हमले में कोंटा थाना प्रभारी, एसडीओपी सहित अन्य जवान भी घायल हुए हैं। सभी घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।

गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस घटना पर गहरा शोक जताया और शहीद अधिकारी की बहादुरी को नमन करते हुए कहा, आकाश राव गिरिपुंजे एक अत्यंत वीर अधिकारी थे, जिन्हें उनके कार्यों के लिए गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित किया गया था। उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा।

गृहमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि अब नक्सलियों से किसी भी प्रकार की बातचीत की कोई संभावना नहीं बची है। उन्होंने कहा, नक्सलियों की यह कायराना हरकत उनकी मानसिकता को दर्शाती है। हमारे जवानों का हौसला बुलंद है और नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई और तेज़ की जाएगी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, शहीद ASP आकाश राव गिरिपुंजे एक टीम के साथ क्षेत्र में पैदल गश्त पर निकले थे। यह गश्त भारत बंद की संभावित घोषणा के मद्देनज़र की जा रही थी, जिसे भाकपा (माओवादी) ने 10 जून को बुलाया है। कोन्टा-एर्राबोरा मार्ग पर डोंड्रा के पास प्रेशर IED ब्लास्ट हुआ, जिसमें ASP गंभीर रूप से घायल हो गए।

घटना के तुरंत बाद सभी घायल अधिकारियों और जवानों को प्राथमिक उपचार के लिए कोन्टा अस्पताल पहुंचाया गया। जवानों की हालत अब स्थिर बताई जा रही है। क्षेत्र में फिलहाल हाई अलर्ट जारी है और अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है, क्योंकि नक्सली गतिविधियों की और आशंका जताई जा रही है।

राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि नक्सल विरोधी अभियान में कोई ढील नहीं बरती जाएगी और शहीद आकाश राव गिरिपुंजे का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।