Ahmedabad Plane Crash: In Ahmedabad plane crash, pilot made a Mayday call, know what "Mayday" means

Mayday: अहमदाबाद। Air India Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद क्रैश (Plane Crash) हो गई। इस बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री, 10 केबिन क्रू और 2 पायलट शामिल थे। हादसे से पहले पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को “मेडे कॉल” (Mayday Call) किया था, लेकिन इसके बाद विमान से कोई संपर्क नहीं हो सका। क्या होता है मेडे कॉल, पायलट कब ​करते हैं उसका उपयोग..।

क्या होता है मेडे (Mayday) कॉल

  1. “मेडे” (Mayday) एक अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन संकट संदेश है, जिसका उपयोग विमानन और समुद्री क्षेत्र में तब किया जाता है जब कोई विमान या जहाज गंभीर खतरे में होता है और उसे तत्काल सहायता की आवश्यकता होती है।
  2. “मेडे” शब्द फ्रांसीसी शब्द “m’aider” (मदद करें) से लिया गया है। इसका उच्चारण “मे-डे” होता है और इसे तीन बार दोहराया जाता है (Mayday-Mayday-Mayday) ताकि यह स्पष्ट हो कि यह एक आपातकालीन कॉल है।
    3.मेडे कॉल तब जारी किया जाता है जब विमान में गंभीर तकनीकी खराबी, इंजन फेल्योर, आग, नियंत्रण खोने या अन्य जानलेवा स्थिति उत्पन्न हो। यह सबसे गंभीर आपातकालीन कॉल है, जो “पैन-पैन” (Pan-Pan) जैसे कम गंभीर कॉल से अलग है।
    4.मेडे कॉल में पायलट विमान की पहचान, स्थान, समस्या की प्रकृति और आवश्यक सहायता की जानकारी देता है। यह कॉल सुनते ही ATC और आसपास के विमान तत्काल कार्रवाई शुरू करते हैं।

साल 1923 में हुई थी शुरुआत

‘मेडे’ की शुरुआत एक अंतरराष्ट्रीय संकट कॉल के रूप में 1923 में हुई थी। इसे 1948 में आधिकारिक बनाया गया था। यह लंदन के क्रॉयडन हवाई अड्डे पर एक वरिष्ठ रेडियो अधिकारी फ्रेडरिक मॉकफोर्ड का विचार था। उन्होंने ‘मेडे’ का विचार इसलिए दिया क्योंकि यह फ्रांसीसी शब्द m’aider (एम-एदे) जैसा लगता था, जिसका अर्थ है ‘मेरी मदद करो’।

अहमदाबाद हादसे में मेडे कॉल

डीजीसीए के अनुसार, फ्लाइट AI171 के पायलट ने टेकऑफ के तुरंत बाद मेडे कॉल जारी किया, जो संभवतः किसी गंभीर तकनीकी समस्या (जैसे इंजन फेल्योर या नियंत्रण हानि) का संकेत था। हालांकि, इसके बाद ATC से कोई और संपर्क नहीं हो सका, जिससे स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। अभी तक हादसे की सटीक वजह स्पष्ट नहीं हुई है। डीजीसीए और अन्य जांच एजेंसियां जैसे डायरेक्टोरेट ऑफ एयरवर्थनेस (DAW) और फ्लाइट ऑपरेशंस इंस्पेक्टर (FOI) घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।