रायपुर। राजधानी रायपुर में कानून व्यवस्था को और सशक्त बनाने, आमजन का भरोसा पुलिस पर कायम करने और ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के उद्देश्य से रायपुर पुलिस ने एक नई पहल की है। इस नई योजना का नाम ”पुलिस मितान” रखा गया है, जिसके तहत रायपुर जिले के 5000 युवा सीधे पुलिस से जुड़कर उनकी तरह समाज की सेवा करेंगे।

इस पहल के तहत शहर के अलग-अलग चौक-चौराहों पर ‘ट्रैफिक मित्र’ के रूप में पुलिस मितान तैनात किए जाएंगे, जो यातायात व्यवस्था को सुचारु रखने में मदद करेंगे। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में ये पुलिस मितान अवैध शराब तस्करी, सट्टा, जुआ, गांजा जैसे नशे के खिलाफ पुलिस के साथ मिलकर काम करेंगे और गांव-गांव को नशामुक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे।

रायपुर एसएसपी लाल उमेद सिंह ने बताया कि प्रत्येक शहरी वार्ड में 10 और ग्रामीण क्षेत्रों के हर गांव में 5 पुलिस मितान नियुक्त किए जाएंगे। इन्हें सेमिनार के माध्यम से यातायात नियमों, सड़क हादसों में फर्स्ट एड देने की ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही एम्बुलेंस चालकों को भी इन कार्यक्रमों में शामिल किया जाएगा ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में बेहतर समन्वय से कार्य किया जा सके।

पुलिस की ओर से ‘पुलिस मितान’ को ये मदद…

एसएसपी ने बताया कि इन पुलिस मितानों को आयुष्मान भारत कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस हेलमेट और आईडी कार्ड भी प्रदान किए जाएंगे, जिससे उनकी पहचान और कार्यक्षमता में कोई बाधा न आए। इसके अलावा पुलिस मितानों को क्षेत्रीय पुलिस के साथ समन्वय में काम करने की जिम्मेदारी दी जाएगी, ताकि वे जरूरत के समय क्रेन चालक एम्बुलेंस, और पुलिस से तुरंत संपर्क स्थापित कर सकें।

अवैध गतिविधियों में संलिप्त होने पर तत्काल कार्रवाई..

वहीं एसएसपी ने बताया कि यदि कोई पुलिस मितान अवैध गतिविधियों में संलिप्त होने की जानकारी मिलती है तो उसे तत्काल प्रभाव से उसकी शर्ट आईडी रजिस्ट्रेशन रद्द कर उस पर कार्रवाई की जाएगी..

पुलिस की नेक पहल…

यह पहल ना केवल युवाओं को समाज सेवा के लिए प्रेरित करेगी, बल्कि पुलिस और आमजन के बीच भरोसे और सहयोग का सेतु भी बनेगी। बहुत जल्द राजधानी रायपुर के चौक-चौराहों से लेकर गांवों के वार्डों तक पुलिस मितान नजर आएंगे और लोगों की सुरक्षा व सहायता में जुटे रहेंगे। यह कदम रायपुर पुलिस की एक अभिनव सोच है, जो आने वाले समय में पूरे प्रदेश के लिए मिसाल बन सकता है।