0 विभागीय जांच के भी दिए गए आदेश

रायपुर। छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम की किताबों को लेकर तमाम दिशा निर्देश के बावजूद इनकी बिक्री के मामले अक्सर प्रकाश में आते हैँ। इस बार राजधानी के एक स्कूल की शिक्षिका को किताबें बेचते हुए कैमरे में कैद कर लिया गया। मामले का वीडियो वायरल होने ले बाद इस शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया।

जांच के लिए गठित की गई टीम

स्कूली बच्चों की किताबें बेचने के मामले में संकुल समन्वयक ( सहायक शिक्षिका) को सस्पेंड कर दिया गया है। संकुल समन्वयक पूर्णिमा वर्मा का एक VIDEO सोशल मीडिया में वायरल हुआ था, जिस पर एक्शन लेते हुए जांच टीम गठित की गयी थी। अब जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षिका सह संकुल समन्वयक को सस्पेंड कर दिया है।

यह वाकया राजधानी से सटे धरसींवा ब्लाक के साकरा स्थित उद्योग नगर के स्कूल का है। स्कूल में बच्चों को फ्री में बांटी जाने वाली किताबें आयी थी। जानकारी के मुताबिक इन किताबों को कबाड़ में बेचने की कोशिश की जा रही थी। इसी दौरान ग्रामीणों को इसकी भनक लग गयी, जिसके बाद ग्रामीणों ने संकुल समन्वयक पूर्णिमा वर्मा को रंगे हाथों पकड़ लिया। इस घटना का VIDEO सोशल मीडिया में वायरल हुआ।

किताबें ले जाते हुए कबाड़ी को पकड़ा

ग्रामीणों के मुताबिक पूर्णिमा वर्मा ने दो कबाड़ियों को बुलाकर स्कूली बच्चों को मिलने वाली किताब को बेच दिया था। जब कबाड़ी उन किताबों को लेकर जा रहा था, तभी ग्रामीणों की नजर इस पर पड़ गयी। जिसके बाद ग्रामीणों ने वीडियो बना लिया। कैमरा चलता हुआ देख शिक्षिका चेहरे पर दुपट्टा बांधकर स्कूल से बाहर निकली ग्रामीणों को चमकाने की कोशिश की। इसके बाद शिक्षिका कभी हाथ जोड़ते तो कभी कैमरा चलाने से रोकते हुए नजर आ रही थीं। घटना पर शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। डीईओ विजय खंडेलवाल ने इस मामले में जांच के आदेश दिये थे।

इस मामले में एम मिंज सहायक संचालक, केएस पटले डीएमसी, सहायक परियोजना समन्वयक इंदिरा गांधी, एपीसी रागनी अवस्थी और व्याख्याता अंजुम रहमान ने सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला सांकरा का बयान लिया गया। बयान में स्पष्ट हो गया कि स्कूल परिसर में कबाड़ियों को बुलाकर किताब को बेचने की कोशिश की गयी।

फिलहाल प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए पूर्णिमा वर्मा सहायक शिक्षक (वर्तनाम में संकुल समन्वयक, संकुल सांकरा) को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच गठित की गयी है। पूर्णिमा वर्मा को बीईओ कार्यालय धरसींवा अटैच किया गया है।