रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा से मिलने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को रायपुर सेंट्रल जेल पहुंचे। उन्होंने लखमा और विजय भाटिया से मुलाकात की और दोनों की गिरती सेहत पर गहरी चिंता जाहिर की।

भूपेश बघेल ने जेल प्रशासन पर कोर्ट के आदेशों के बावजूद पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं न देने का आरोप लगाते हुए कहा, समय बदलते देर नहीं लगती… यह अमानवीय और निंदनीय है कि सरकार निजी दुश्मनी के तहत व्यवहार कर रही है। जेल में बंद व्यक्तियों को स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रखना सरासर गलत है।

ईडी ने लखमा परिवार और कांग्रेस भवन की संपत्ति की जब्ती

गौरतलब है कि ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा की संपत्तियां अटैच कर ली हैं। जब्त की गई संपत्तियों में सुकमा स्थित कांग्रेस का राजीव भवन भी शामिल है।

ईडी के मुताबिक, लखमा परिवार की करीब ₹5.5 करोड़ की निजी संपत्ति और सुकमा कांग्रेस कार्यालय की ₹68 लाख की संपत्ति अटैच की गई है। कुल मिलाकर ₹6 करोड़ 15 लाख 75 हजार रुपए की संपत्तियों पर कार्रवाई की गई है।

कमीशन के आरोप में जेल में लखमा

ईडी की जांच में यह सामने आया है कि कवासी लखमा पर शराब घोटाले में 72 करोड़ रुपए के अवैध कमीशन लेने का गंभीर आरोप है। गिरफ़्तारी से पहले ईडी ने लखमा और उनके बेटे से कई दौर की पूछताछ कर इस घोटाले में जुटाए गए सबूतों के आधार पर यह कार्रवाई की। अवैध कमाई से खरीदी गई संपत्तियों को भी जब्त किया गया है।