बलरामपुर। इंदौर के सोनम की तरह छत्तीसगढ़ की एक युवती ने अपने पति को मार डाला। इसकी वजह बस यही थी कि नई नवेली दुल्हन को उसका दूल्हा पसंद नहीं था और वह शादी के दूसरे दिन ही अपने मायके वापस लौट आयी थी।

इस तरह रचा हत्या का षड्यंत्र

वैसे तो यह वाकया झारखण्ड में हुआ मगर युवती छत्तीसगढ़ की रहने वाली है और उसने सुनियोजित ढंग से हत्या का षड्यंत्र रचा। छत्तीसगढ़ का सीमांत जिला है बलरामपुर, जो झारखण्ड राज्य से लगा हुआ है। बलरामपुर जिले के रामचंद्रपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम विशुनपुर की एक युवती ने अपने पति के लिए मौत की भयावह कहानी लिख दी है। यह वारदात झारखण्ड के गढ़वा जिले के रंका थाना क्षेत्र अंतर्गत बाहोकुदर गांव की है। यहां रहने वाले बुधनाथ सिंह और विशुनपुर की सुनीता का विवाह हुआ था। विवाह के महज 36 दिन बाद ही सुनीता ने पति को मारने की नीयत से चिकन और भात बनाया और उसमें कीटनाशक मिलाकर खिला दिया। खाना खाने के कुछ ही घंटों के भीतर पति बुधनाथ की मौत हो गई।

पंचायत की समझाइश पर ससुराल वापस लौटी

पुलिस के मुताबिक 11 मई 2025 को बुधनाथ सिंह की शादी विशुनपुर निवासी सुनीता सिंह से हुई थी। ससुराल आने के अगले ही दिन सुनीता ने पति को यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया कि वह उसे पसंद नहीं है, और वह मायके लौट गई। सामाजिक पंचायत में समझाईश के बाद 5 जून को वह ससुराल लौट आई।

पति से ही खरीदवाया उसकी मौत का सामान

14 जून को सुनीता पति के साथ बाजार गई और फसल में कीड़े मारने के बहाने अपने पति कीटनाशक दवा खरीदवा लिया। पुलिस को मिले बयां के मुताबिक सुनीता ने दो बार पति को जहर मिलाया हुआ खाना खिलाने की कोशिश की, लेकिन बुधनाथ ने दोनों बार किसी कारणवश वह भोजन नहीं किया। इसके बाद 15 जून की रात सुनीता ने मुर्गा-भात बनाया और उसमें कीटनाशक मिलाकर पति को खाना परोसा। सुनीता ने पति को सामने बैठाकर खाना खिलाया वह उसे तिल-तिल कर मरते देखती रही। बुधनाथ ने खाना खाया और कुछ देर बाद ही उसकी तबियत बिगड़ी। इस दौरान मौके पर ही उसकी मौत हो गई। परिवार व ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। रंका थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए गढ़वा भेजा गया।

अपनी सास को फंसाने की कोशिश..!

इस मामले में मारे गए युवक की मां राजमती कुंवर ने पुलिस को आवेदन देकर अपनी बहू पर हत्या का आरोप लगाया। हालांकि, सुनीता का कहना था कि मेरी सास (राजमती देवी) मुझे मारना चाहती थी। उसने ही खाने में जहर मिलाया था। जहर मिला हुआ खाना मुझे देना था, लेकिन गलती से सास ने अपने बेटे को दे दिया। इस दौरान प्रारंभिक पूछताछ में सुनीता ने अपनी सास पर ही जहर देने का आरोप मढ़ दिया। मगर जब पुलिस ने सख्ती बरती और सुनीता ने जो कुछ बताया, उसे सुनकर तो पुलिस भी भौचक रह गई। सुनीता ने पुलिस को बताया कि बुधनाथ उसे पहले दिन से ही पंसद नहीं था। शादी से वह खुश नहीं थी, इसलिए उसे जहर देकर मार डाला। सुनीता के खुलासे के बाद पुलिस ने हत्या का जुर्म दर्ज कर सुनीता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस तरह सुनीता ने महज 36 दिन के भीतर ही अपनी मांग का सिंदूर मिटा दिया।

इस खौफनाक खुलासे के बाद पुलिस ने हत्या के सारे सबूत इकट्ठे किये और सुनीता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।