सेबी ने लीला को पत्र में क्या जवाब दिया:
सेबी ने लीला को लिखे पत्र में कहा कि ‘नियामक की ओर से आपत्तियों की समीक्षा की जा रही है और निवेशकों के हितों को ध्यान में रखते हुए सलाह दी जाती है कि सेबी के अगले आदेश तक कोई सौदा नहीं करना सुनिश्चित की जाए। 18 मार्च के डाक मतपत्र नोटिस में लीला ने अपने चार होटलों और अन्य संपत्तियों को ब्रुकफील्ड को बेचे जाने की शेयरधारकों से मंजूरी मांगी गई थी। मतदान की अवधि 24 अप्रैल को खत्म हो गई। पंचाट ने लीला और जेएम फाइनैंशियल ऐसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी को नोटिस भेजकर तीन हफ्ते के अंदर अपना जवाब दाखिल करने को कहा है। होटल लीला में जेएम फाइनैंशियल की 26 फीसदी हिस्सेदारी है।आईटीसी का पक्ष भी सुनेगी पंचाट:
सेबी की ओर से सौदे पर रोक लगा दी गई है, ऐसे में एनसीएलटी में तत्काल निर्णय की कोई जरूरत नहीं है। पंचाट मामले की अगली सुनवाई के दौरान 10 फीसदी की न्यूनतम शेयरधारिता से छूट की मांग के बारे में आईटीसी का पक्ष सुनेगी। लीला और जेएम फाइनैंशियल इसका इस आधार पर विरोध किया याचिका स्वीकार करने का मतलब होगी कि आईटीसी को शेयरधारिता नियम से छूट दे दी गई। अगली सुनवाई में दोनों फर्में इसका विरोध करेंगी। कोई भी शेयरधारक उत्पीड़न और कुप्रबंधन को लेकर उस स्थिति में याचिका दायर कर सकता है जब उसके पास संबंधित कंपनी में कम से कम 10 फीसदी हिस्सेदारी हो। आईटीसी के वकील ने तर्क दिया कि कंपनी के पास लीला में 11.78 फीसदी हिस्सेदारी थी। सितंबर 2017 में जेएम फाइनैंशियल एआरसी के कर्ज को इक्विटी में बदले जाने के बाद आईटीसी की हिस्सेदारी 10 फीसदी से कम हो गई। अभी लीला में आईटीसी की 7.92 फीसदी हिस्सेदारी है। ब्रुकफील्ड के वकील ने कहा कि वह हस्तक्षेप याचिका दायर कर सकती है क्योंकि लीला के खिलाफ आईटीसी की याचिका में कनाडाई प्राइवेट इक्विटी फर्म को पक्ष नहीं बनाया गया है। आईटीसी की याचिका में जेएम फाइनैंशियल को 16.39 करोड़ शेयर जारी किए जाने को रद्द करने की मांग की है। इसके साथ ही आईटीसी ने लीला के प्रवर्तकों विवेक नायर और दिनेश नायर तथा निदेशकों विनय कपाडिय़ा तथा विजय शर्मा को निदेशक मंडल से हटाए जाने की भी मांगSee also प्रियंका और निक जोनास के घर में नए मेहमान की एंट्री, शादी की पहली सालगिरह पर सरप्राइज गिफ्ट