रायपुर। लोक आस्था के महापर्व छठ का रंग छत्तीसगढ़ की राजधानी में देखने को मिल रहा है। खरना के बाद रविवार को छठ का तीसरा दिन रहा। व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया।
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जबकि 31 अक्टूबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। छठ व्रति खरना के बाद से ही 36 घंटे का निर्जला उपवास करते हैं। छत्तीसगढ़ समेत पूरे भारत में आज छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान भास्कर की उपासना की।
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छठ महापर्व को लेकर राजधानी समेत प्रदेश के अन्य जिलों में शासन ने खास व्यवस्था की है। अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने छट घाटों में बड़ी संख्या में छठ व्रती पहुंचे। दउरा लेकर छठ व्रती और उनके परिजन घाट पर छठ गीत गाते हुए घाट तक पहुंचे।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत संस्कृति अमरजीत भगत, कवासी लखमा और संसदीय सचिव विकास उपाध्याय भी अर्घ्य देने महादेव घाट पहुंचे। मुख्यमंत्री ने सभी को छठ पर्व की शुभकामनाएं दीं।
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