रायपुर/कांकेर। कांकेर वन मण्डल के ग्राम किसनपुरी में वन विभाग ने रायल बंगाल टाइगर

की खाल की तस्करी करते हुए 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से चार नग

मोटर साइकिल और 11 नग मोबाइल जब्त किए गए हैं।

 

जानकारी के अनुसार वन विभाग की टीम को गत 29 नवम्बर को खबर मिली कि एक बाघ के

खाल का सौदा बीजापुर में किया जा रहा है। इसकी जानकारी मिलते ही वन विभाग की स्पेशल

टीम एन्टी पोचिंग यूनिट तथा डाॅग स्क्वायड अचानकमार टाइगर रिजर्व ने बीजापुर के एक व्यक्ति

से फोन से सम्पर्क कर सौदा करने का प्रयास किया गया।

 

जिसके बाद वन विभाग ने अपने ही एक कर्मचारी को बाबा बनाकर उस व्यक्ति के पास भेजा ।

इसी बीच एन्टी पोचिंग यूनिट तथा डाॅग स्क्वायड अचानकमार टाइगर रिजर्व के दल नायक संदीप

सिंह की अगुवाई में स्निफर डाॅग सिम्बा और नेरो के साथ वन मण्डल कांकेर के टीम द्वारा जिला

कांकेर तहसील नरहरपुर के अंतर्गत ग्राम किसनपुरी के एक घर में घेरा बंदी की गई।

 

टीम को मौके पर एक नग बाघ की खाल, चार नग मोटर साइकिल तथा 11 नग मोबाइल मिले। मुख्य

वन संरक्षक नायक ने बताया कि बाघ के खाल को पकड़ने की कार्रवाई में गठित टीम के साथ-साथ

कांकेर वन मण्डल के  सियाराम सिंह, आरके मण्डले तथा कैलाश सिंह ठाकुर का सक्रिय सहयोग रहा।

 

बता दें कि वन मंत्री मोहम्मद अकबर के दिशा निर्देशन और प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी तथा

प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) अतुल कुमार शुक्ल के मार्गदर्शन में वन विभाग द्वारा वन्य प्राणियों के

अवैध शिकार तथा व्यापार पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

 

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