कांकेर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने अपनी पहली सूची में 8 विधायकों के टिकट काटे हैं। इन्ही में शामिल अंतागढ़ क्षेत्र के विधायक अनूप नाग के बागी होने की खबर है। खबर आ रही है कि कांकेर जिले की अंतागढ़ सीट से कांग्रेस के वर्तमान विधायक अनूप नाग ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। वे अपने समर्थकों के साथ नामांकन लेने कलेक्टोरेट भी पहुंचे।

PCC अध्यक्ष के समक्ष की नारेबाजी

कांग्रेस ने अंतागढ़ से अनूप नाग का टिकिट काटकर नए प्रत्याशी रूप सिंह पोटाई को प्रत्याशी बनाया है। टिकिट कटने से अनूप नाग व उनके समर्थकों में भारी नाराजगी है। कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान टिकिट कटने से नाराज कार्यकर्ताओं ने पीसीसी चीफ के समक्ष ही “अनूप नहीं तो कोई नहीं” के भी नारे लगाए थे।

निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा

कांग्रेस विधायक अनूप नाग ने बुधवार को कहा कि वह अपने अंतागढ़ निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। नाग ने 2018 के विधानसभा चुनाव में अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित अंतागढ़ सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी विक्रम उसेंडी को 13,414 मतों से हराया था। कांग्रेस पार्टी ने इस बार अंतागढ़ सीट से रूप सिंह पोटाई को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने राज्य के पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद विक्रम उसेंडी को इस सीट पर फिर से उम्मीदवार बनाया है।

आखिरी दिन भरेंगे नामांकन

नामांकन फार्म खरीदने के बाद नाग ने संवाददाताओं से कहा, ”मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन फार्म खरीदा है और इसे नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन 20 अक्टूबर को जमा करूंगा।’’

नाग ने कहा, ‘‘मेरे निर्वाचन क्षेत्र के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों के लोग भी मुझे टिकट नहीं देने के पार्टी के फैसले से दुखी हैं। पिछले पांच वर्षों से, यहां तक कि कोविड महामारी के दौरान भी मैंने क्षेत्र में काम किया बावजूद इसके ऐसा निर्णय लिया गया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पार्टी से उम्मीद थी कि लोगों की सेवा करने का एक और मौका मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।’’

पुलिस से रिटायर होकर बने राजनेता

राज्य पुलिस से सेवानिवृत्त होने के बाद राजनीति में आए नाग ने पार्टी उम्मीदवार पोटाई पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, ‘‘यह आश्चर्य की बात है कि वह व्यक्ति जो भाजपा का सक्रिय सदस्य था और पिछले चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुआ, उसे पार्टी ने टिकट दिया है।’’

जो पंचायत चुनाव हार गया उसे…

नाग ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस के ‘संकल्प शिविर’ में कहा गया था कि जो लोग दूसरी पार्टियां छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं, उन्हें टिकट नहीं दिया जाएगा लेकिन अंतागढ़ में इसका पालन नहीं किया गया। नाग ने कहा, ‘‘वह (पोटाई) अपने गांव में पंचायत चुनाव भी हार गए थे। लोग देख रहे हैं और चुनाव के बाद ‘दूध का दूध और पानी का पानी’ हो जायेगा।’’