टीआरपी डेस्क। लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान संपन्न होने के अगले ही दिन रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को पूर्वोत्तर के राज्यों में बाढ़ और देशभर में भीषण गर्मी की स्थिति की समीक्षा की।

मिली जानकारी के अनुसार अधिकारियों ने यह भी बताया कि इन बैठकों के बाद प्रधानमंत्री 100 दिन के कार्यक्रम के एजेंडे की समीक्षा के लिए एक लंबे मंथन सत्र में भी भाग ले रहे हैं।

अधिकारियों के मुताबिक, प्रधानमंत्री की सबसे पहली बैठक पूर्वोत्तर में चक्रवात रेमल के बाद उत्पन्न हुई बाढ़ की स्थिति को लेकर हुई। उन्होंने विभिन्न विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ मौजूदा स्थिति की समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने देश में भीषण गर्मी और लू की स्थिति को लेकर हुई एक समीक्षा बैठक की भी अध्यक्षता की। प्रधानमंत्री बड़े पैमाने पर विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की तैयारियों की समीक्षा के लिए भी एक बैठक में शामिल होने वाले हैं। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को मनाया जाता है।

बैठक के दौरान प्रधानमंत्री को प्रभावित राज्यों पर चक्रवात के प्रभाव के बारे में जानकारी दी गई। मिजोरम, असम, मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा में भूस्खलन और बाढ़ के कारण लोगों की जान जाने और घरों और संपत्तियों को हुए नुकसान पर भी चर्चा की गई।