भोपालपट्नम। बीजापुर में उस समय अफरा-तफरी की स्थिति निर्मित हो गई जब यहां के भाजपा जिला महामंत्री बिलाल खान के ऊपर उनके ही सुरक्षा कर्मी ने राइफल तानकर उनकी जान लेने की कोशिश की। इस दौरान दूसरे सुरक्षा कर्मी ने दरवाजा बंदकर बिलाल खान और अन्य की जान बचाई। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह रायफल कॉक करता दिखाई दे रहा है।

नक्सल खतरे के चलते दिए गए हैं सुरक्षा कर्मी
बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा की जा रही भाजपा नेताओं की हत्या को देखते हुए सुरक्षा के लिए जवान मुहैया किये गए हैं। इसी कड़ी में बीजापुर भाजपा जिला महामंत्री बिलाल खान की सुरक्षा के लिए भी दो जवान दिए गए हैं। आज सुबह इन्ही में से एक आरक्षक नागेश टिंगे नशे की हालत में था और गाली- गलौच करने लगा। उसने अपनी सर्विस रायफल कॉक कर ली और घर में घुस कर गोली मारने की कोशिश करने लगा। यह देखकर दूसरे सुरक्षाकर्मी ने किसी तरह घर का दरवाजा को बंद करके उनकी जान बचाई।

‘हमारे साथ पढ़ा-लिखा है, और आज नेता बन गया है’
आज सुबह उनकी सुरक्षा ड्यूटी में तैनात जवान नागेश टिंगे नशे में आया और बिलाल खान के घर के सामने बदतमीजी करने लगा। वह कहने लगा कि बिलाल खान को बाहर निकालो, उसको अभी गोली मारता हूं और कहने लगा कि बहुत बड़ा नेता बनता है। हमारे साथ पढ़कर बड़ा नेता बन गाया, ऐसा कहते हुए जवान ने अपनी राइफल को लोड कर दिया और दरवाजे पर बिलाल खान को बाहर निकलने के लिए चिल्लाने लगा। नशे में उसने यहां तक कह दिया की जिस तरह उसको गोली मारा था, उसी तरह इसको भी गोली मार दूंगा।
थाना प्रभारी से भी हुई तनातनी, किया गया निलंबित
सुरक्षा कर्मी की इस हरकत को लेकर बिलाल ने थाना प्रभारी को फोन किया। थाना प्रभारी जब मामले को जानने पहुंचे, तब जवान की उनके साथ भी अनबन हुई। जवान उनकी भी नहीं सुन रहा था। इस बीच जवान को पकड़कर उसका डॉक्टरी मुलाहिजा करवाया गया और इसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया।
शिकायत करने रायपुर पहुंचे बिलाल
इस घटना के बाद बिलाल खान तत्काल रायपुर रवाना हो गए। उन्होंने वरिष्ठ नेताओं को दूरभाष पर इस घटना की जानकारी दी है। बिलाल ने बताया कि वे रायपुर जाकर गृहमंत्री विजय शर्मा से मुलाक़ात कर इस पूरी घटना की जानकारी देंगे।
बता दें कि बीजापुर जिले में नक्सल घटनाओं में भाजपा नेताओं की टारगेट किलिंग के बाद शासन ने भाजपा नेताओं की सुरक्षा में गार्ड तैनात किए हैं। बिलाल खान को भी थाने से दो जवान दिए गए हैं, मगर जिस तरह जवान ने नशे की हालत में हरकत की है, उससे अब विभाग को भी सुरक्षा कर्मी मुहैया करते समय जवान के चाल-चलन और उसकी आदतों की भी जानकारी रखनी चाहिए। नक्सल बेल्ट में ऐसे जवान की ड्यूटी किसी की सुरक्षा में लगा दी जाये तो उल्टे उससे ही सुरक्षा की जरुरत पड़ जाएगी।