टीआरपी डेस्क। हर वर्ष आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की तिथि को दशहरा मनाया जाता है। जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है,इस साल दशहरा शनिवार, 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा। यह पर्व अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इसी दिन माँ दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था, और भगवान श्रीराम ने रावण का संहार कर लंका पर विजय प्राप्त की थी।

दशहरे के दिन, रावण, मेघनाथ और कुम्भकर्ण के पुतले जलाए जाते हैं, जो अधर्म, अत्याचार और अन्याय के प्रतीक माने जाते हैं। इस परंपरा के पीछे यह संदेश छिपा है कि समाज में मौजूद बुराइयों का अंत हो और सत्य की विजय हो। इस दिन कई जगहों पर दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन भी होता है, जो नवरात्रि के समापन का प्रतीक है। शास्त्रों के अनुसार, रावण वध के बाद भगवान श्रीराम माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी के साथ माँ भगवती से मिलने गए थे, जिससे यह पर्व और भी विशेष हो जाता है।
इस खास मौके पर सभी लोग एक-दूसरे को विजयादशमी की शुभकामनाएं भेजते हैं। आप भी अपने परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों को इस दिन की शुभकामनाएं भेज सकते हैं। यहाँ कुछ संदेश दिए गए हैं, जो इस अवसर पर भेजे जा सकते हैं:
“इस दशहरा प्रण लेना होगा,
रावण नहीं राम बनकर रहना होगा,
बुराई के खिलाफ आवाज उठाना होगा,
हर बच्ची को आज दुर्गा बनाना होगा।
हैप्पी दशहरा!”
“इससे पहले की दशहरे की शाम हो जाए,
मेरा मैसेज औरों की तरह आम हो जाए,
सारे मोबाइल नेटवर्क जाम हो जाए,
और दशहरा विश करना आम हो जाए।”
“कितनी बार बेरहमी से मरे हुए रावण को जलाओगे,
अपने भीतर झांकोगे तो एक नहीं, अनके रावण पाओगे।”
“चांद की चांदनी, शरद की बहार,
फूलों की खुशबू, अपनों का प्यार,
मुबारक हो आपको विजयदशमी का त्योहार।”
“शांति और अमन के इस देश में,
बुराई को मिटाना होगा,
आतंकी रावण का दहन करने,
आज फिर भाईचारा बनाना होगा।”