रोहतास। जिले के नटवार थाना इलाके में छापेमारी कर रेस्क्यू की गईं छत्तीसगढ़ की नाबालिग लड़कियों को वापस लेने गई टीम को अभी दो दिन और रुकना पड़ेगा। चूंकि पुलिस ने लड़कियों को डांस के बहाने यहां लाकर देह व्यापर कराये जाने के मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत जुर्म दर्ज किया है, इसलिए उनका कोर्ट में बयान कराये बिना उन्हें वापस भेजा जाना संभव नहीं है। इसलिए स्थानीय पुलिस सभी बच्चियों का धारा 164 के तहत बयान दर्ज करवा रही है।

छत्तीसगढ़ से गई पुलिस और विभाग की टीम है तैनात
रेस्क्यू के दौरान छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से 41 लड़कियां बरामद की गईं हैं। इसकी सूचना मिलने के बाद ASP राहुल देव शर्मा के नेतृत्व में पुलिस की राज्य स्तरीय टीम रोहतास पहुंची हुई है, वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग की और से दत्तक ग्रहण अधिकारी आर एस चौकसे और कुछ अन्य अधिकारी बच्चियों को वापस लेने के लिए गए हुए हैं।
पॉक्सो सहित दुष्कर्म के अन्य मामलों में धारा 164 के तहत पीड़िता का बयान काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। चूंकि लड़कियों को वापस छत्तीसगढ़ लाना है, इसलिए रोहतास की पुलिस द्वारा कोर्ट में उनका बयान दर्ज करवाया जा रहा है। चूंकि इनकी संख्या ज्यादा है और बयान लेने में काफी वक्त लग सकता है, इसलिए रोहतास के कोर्ट के 4 मजिस्ट्रेट अलग-अलग लड़कियों का बयान लेने में जुटे हुए हैं। जानकारी मिली है कि आज लगभग 26 लड़कियों का बयान लिया जा चुका है, शेष का कल लिया जायेगा। इसके बाद ही बच्चियों को छत्तीसगढ़ की टीम के सुपुर्द करने की प्रक्रिया पुलिस और बाल कल्याण समिति द्वारा पूरी की जाएगी।
वैसे जानकारी यह भी सामने आ रही है कि महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम द्वारा इन लड़कियों द्वारा बताये गए पते पर टीम भेज कर उनके बारे में पूरी जानकारी ली जा रही है है। इस दौरान यह भी खुलासा हुआ है कि कुछ लडकियां बालिग हैं। हालांकि इसकी पुष्टि उनके प्रमाण पत्र या मेडिकल चेकअप से की जाती है। बिहार की पुलिस ने फिलहाल सभी लड़कियों को नाबालिग मानते हुए पॉक्सो के तहत जुर्म दर्ज किया है और फिलहाल सभी के बयान लिए जा रहे हैं। इस मामले में कुछ डांस पार्टी संचालक और छत्तीसगढ़ के भी महिला और पुरुष को गिरफ्तार किया है।