रायपुर। विधानसभा में आज कांग्रेस विधायकों ने बिना राशि के पालना योजना के संचालन होने न होने को लेकर सवाल किया, जिसमें महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े उलझ गईं। यह देख स्पीकर डॉ रमन सिंह ने एक बार फिर स्थिति संभाली और मंत्री से कहा कि पूरी जानकारी विभाग से लेकर सदस्यों को उपलब्ध करा दें।

गुरुवार को प्रश्न काल में कांग्रेस के विक्रम मंडावी ने वर्ष 24-25 में पालना योजना के लिए राशि का प्रावधान न करने का कारण पूछा। मंत्री ने कहा कि वित्त विभाग ने अनुमति नहीं दी थी। मंडावी ने कहा कि 15 फरवरी 25 तक केंद्रांश राज्यांश दोनों ही शून्य बताया गया है तो 175 पालना घर संचालन कैसे और किस मद से हो रहा है। जवाब में मंत्री राजवाड़े ने कहा कि 25 फरवरी के बाद राशि 4.82 करोड़ रूपए मिले हैं। और संचालन के लिए रिलीज कर दिए गए हैं।

इसके बाद कांग्रेस के ही उमेश पटेल ने कहा कि 15 फरवरी तक कोई राशि व्यय नहीं की गई यानी साल भर तक योजना चली ही नहीं ।मगर मंत्री ने कहा कि योजना संचालित है। एसएनसी मॉडल में तकनीकी दिक्कत के कारण कुछ समय तक रूका था। अब 31मार्च तक खर्च करेंगे। पटेल ने कहा कि राशि व्यय नहीं हुई है। मतलब संचालन भी नहीं। और मंत्री कह रही हैं कि पालना घर चल रहे हैं। मंत्री से उत्तर न आता देख स्पीकर रमन सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए मंत्री को पूरी जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस दौरान जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सरकार पर योजना में अनियमितता और लापरवाही का आरोप लगाया।

कुछ माह पूर्व ही खुले हैं पालना घर

इस मामले में जब TRP न्यूज़ ने कुछ जिलों से जानकारी चाही तो बताया गया कि कलेक्ट्रेट, जिला अस्पताल सहित औद्योगिक क्षेत्र और मनरेगा के कामकाज वाले स्थान पर पालना घर स्थापित किये गए हैं, जहां पहुंचने वाली महिलाओं के बच्चों का कुछ मनोरंजन हो सके। अधिकारियों ने बताया कि शुरुआत में केंद्र से इसके लिए फण्ड आया मगर कुछ तकनीकी दिक्कतों के चलते फण्ड वापस भी चला गया। इसके बाद जिलों में महिला एवं बाल विकास विभाग ने अपने फण्ड से पालना घर स्थापित किये और जब केंद्र से दोबारा फण्ड मुहैया करा दिया गया तब इससे अब तक हुए खर्च का समायोजन कर दिया गया। फिलहाल इन पालना घरों के लिए प्रत्येक में 2 महिला कर्मियों की नियुक्ति की जानी है, जिसके लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

महतारी वंदन योजना पर भी उठे सवाल

महतारी वंदन योजना को लेकर भी सरकार को कटघरे में खड़ा किया गया। अटल श्रीवास्तव ने सरकार से पूछा कि बुजुर्ग महिलाओं को 500 रुपये कम क्यों दिए जा रहे हैं। इस पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जवाब दिया कि उन्हें अंतर की राशि दी जा रही है। इस पर विधायक संगीता सिन्हा ने पूछा कि अंतर की राशि किस प्रक्रिया से दी जा रही है। और जिन्हें लाभ नहीं मिल रहा उनके लिए पंजीयन पोर्टल कब खोल रहे हैं। मंत्री ने कहा कि पेंशनधारी महिलाओं को अंतर की राशि दी जा रही है और जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है, उनकी चिंता सरकार कर रही है।