रायपुर। आज सुबह CBI की अलग-अलग टीमों ने पूर्व CM भूपेश बघेल सहित कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव और पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों के यहां छापेमरी शुरू की। प्रारंभ में यह कयास लगाए जा रहे थे कि आखिर किस केस में CBI ने छापे मारे हैं, मगर जल्द ही यह खुलासा हो गया कि महादेव सट्टा एप के मामले में यह कार्रवाई की जा रही है। इस छापे के बाद भाजपा के कार्यालय प्रभारी और अधिवक्ता नरेश चंद्र गुप्ता की महादेव सट्टा के मामले में की गई शिकायत से संबंधित पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने महादेव सट्टा चलाने वालों को संरक्षण देने के एवज में नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स को हर महीने दिए जाने लाखों रुपयों का भी जिक्र किया है।


महादेव सट्टा एप के मामले में पूर्व में इससे जुड़े एक शख्स से ED ने एक होटल में 3.12 करोड़ रूपये जब्त किये थे। तब यह कहा जा रहा था कि यह रूपये तत्कालीन CM भूपेश बघेल को देने के लिए लाये गए थे। हालांकि बाद में इस तरह की कोई पुष्ट जानकारी सामने नहीं आयी। अब जब CBI ने छापेमारी की है, तब एक के बाद वे सभी नाम आते गए जिनके यहां CBI ने छापे मारे हैं। इनमें पूर्व CM भूपेश बघेल, विधायक देवेंद्र यादव, आईपीएस आरिफ शेख,आईपीएस प्रशांत अग्रवाल, आनंद छाबड़ा समेत अभिषेक माहेश्वरी और संजय ध्रुव का नाम भी शामिल है।

बताया जा रहा है कि भाजपा के कार्यालय प्रभारी नरेश चंद्र गुप्ता ने महादेव सट्टा मामले में तथ्यों के साथ CBI से शिकायत की थी। मजे की बात यह है कि इनके शिकायत पत्र में अफसरों की दी जाने वाली रकम के साथ ही उनके भी नाम हैं, जिनके जरिये से रकम भेजी जाती थी। इनमें कुछ कांस्टेबल, पुलिस अधिकारी, सटोरियों के अलावा कथित पत्रकार का नाम भी शामिल है। नरेश गुप्ता ने जो शिकायत की है, जरा उस पर नजर डालिये :




