इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को डिजिटल सिटी बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने गुरुवार (3 अप्रैल) को नगर निगम का 8,174.94 करोड़ रुपये का बजट पेश किया, जिसमें शहर की सफाई, ट्रैफिक, सड़क सुधार और डिजिटल सेवाओं पर विशेष जोर दिया गया है। खास बात यह है कि नगर निगम कोई नया टैक्स नहीं लगाएगा।

शहर के 150 चौराहों पर फ्री वाई-फाई
बजट के तहत 150 प्रमुख चौराहों पर फ्री वाई-फाई सेवा उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे नागरिकों को बेहतर डिजिटल सुविधाएं मिलेंगी। नगर निगम ने इस योजना पर काम शुरू कर दिया है।
अब ऐप से बुक होगी कचरा कलेक्शन गाड़ी
महापौर ने बताया कि इंदौर में कचरा कलेक्शन को डिजिटल सिस्टम से जोड़ा जाएगा। नागरिक अब जोमेटो और रैपिडो की तरह मोबाइल ऐप के जरिए कचरा कलेक्शन गाड़ी बुला सकेंगे। इस सुविधा के लिए विशेष एप्लिकेशन विकसित किया जा रहा है, जिससे कचरा प्रबंधन और अधिक प्रभावी होगा।
हर घर को मिलेगा डिजिटल एड्रेस
महापौर भार्गव ने बताया कि इंदौर के हर परिवार को डिजिटल एड्रेस उपलब्ध कराया जाएगा। वार्ड 82 में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जाएगा। नगर निगम खुद इसके लिए एक पोर्टल तैयार कर रहा है, जिसकी जिम्मेदारी एक तय कंपनी को दी गई है।
28 चौराहों का होगा चौड़ीकरण
महापौर ने बताया कि इस वर्ष 28 प्रमुख चौराहों के लेफ्ट टर्न का चौड़ीकरण किया जाएगा, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था सुगम होगी। इसके अलावा, बीआरटीएस हटाने के निर्णय पर मुख्यमंत्री और कोर्ट की सहमति मिल चुकी है।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हंगामा
बजट भाषण शुरू होने से पहले ही विपक्ष के नेता चिंटू चौकसे ने नगर निगम के फर्जी बिल घोटाले का मुद्दा उठाया, जिस पर सदन में हंगामा हो गया। महापौर ने जवाब देते हुए कहा कि जिन्होंने घोटाला किया है, वे जेल में हैं। इस घोटाले से संबंधित 100 करोड़ रुपये की राशि के भुगतान को रोक दिया गया है और निगम घोटाले की राशि की वसूली सुनिश्चित करेगा।