रायपुर। छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष के रूप में राजा पांडेय ने पदभार ग्रहण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राजा पांडेय को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पाठ्य पुस्तक निगम का दायित्व है कि किताबें समय पर छपें और बच्चों को स्कूल में पुस्तकें समय पर उपलब्ध हों। पूरी उम्मीद है कि राजा पांडेय पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष के रूप में अपने कर्तव्यों का पूरी ईमानदारी से निर्वहन करेंगे। विकसित छत्तीसगढ़ बनाने में शिक्षा की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है। इस लिहाज से पाठ्यपुस्तक निगम के पास एक बड़ी जिम्मेदारी है।

पदभार ग्रहण के मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति में शिक्षा के साथ-साथ रोजगार पर भी फोकस किया गया है। प्राथमिक शिक्षा के स्तर पर हम बच्चों को 18 स्थानीय बोलियों में किताबें उपलब्ध करा रहे हैं। इससे बच्चे अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त कर पायेंगे। नई शिक्षा नीति का लाभ राज्य के बच्चों को मिल रहा है।

इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू ने शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षा समाजिक परिवर्तन की धुरी है। इससे आर्थिक परिवर्तन संभव है। सभा को उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर विधायक अमर अग्रवाल, विधायक श्रीमती गोमती साय, विधायक मोतीलाल साहू, विधायक सुशांत शुक्ला, विधायक प्रबोध मिंज, विधायक भूलन सिंह मरावी समेत सभी नव नियुक्त निगम-मंडल-आयोग के अध्यक्ष अन्य जनप्रतिनिधि तथा निगम के अधिकारी-कर्मचारी व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।