0 कमिश्नर कावरे ने व्यवस्था के लिए दिए निर्देश

रायपुर। सुशासन तिहार के समाधान शिविरों से पहले संभागायुक्त महादेव कावरे ने आज संभागीय कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस ली।

संभागायुक्त कावरे ने सुशासन तिहार के दौरान प्राप्त आवेदनों की स्थिति की समीक्षा की और कलेक्टरों से प्राप्त आवेदनों और उनके निराकरण की जानकारी ली। विशेष रूप से शिकायतों के त्वरित निपटारे पर जोर दिया गया। सुशासन तिहार के अंतर्गत आए मांगों का भी परीक्षण करने निर्देश दिया। कानून-व्यवस्था के संबंध में उन्होंने निर्देश दिए कि इसकी रिपोर्ट की एक प्रति कमिश्नर कार्यालय को भेजी जाए और इस पर निरंतर नजर रखा जाए।

संभागायुक्त ने कहा कि नए आपराधिक क़ानूनों के संबंध में अभियोजन और पुलिस विभाग के साथ समन्वय बैठकें की जाए, ताकि किसी भी स्थिति से समय रहते निपटा जा सके। साथ ही स्वास्थ्य केंद्र, तहसील, बैंक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया गया ताकि गवाही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हो सके।

कावरे ने कहा कि कलेक्टर्स केन्द्र और राज्य शासन की योजनाओं के नोडल अधिकारी होते हैं, इन सभी योजनाओं का जनता को लाभ दें। उन्होंने कहा कि आम जनता से हमेशा मिलें और उनकी समस्याओं को संवेदनशीलता से सुने और हरसंभव निराकरण करने का प्रयास करें। कावरे ने कहा कि एसडीएम / तहसीलदार भी समय तय कर जनता से मिलना सुनिश्चित करें।

‘पक्षकारों को एसएमएस के जरिये जानकारी दें’

संभागायुक्त कावरे ने राजस्व न्यायालय के मामलों में पारदर्शिता और सुगमता के लिए अभिनव कदम उठाने के निर्देश दिए। साथ ही, राजस्व मामलों में मोबाइल नंबर दर्ज कर पक्षकारों को एसएमएस के माध्यम से जानकारी प्रदान करने का निर्देश दिया। यह सुशासन में तकनीकी एकीकरण और पहुंच को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

लोक सेवा गारंटी की भी समीक्षा

संभागायुक्त श्री कावरे ने लोक सेवा गारंटी के रजिस्टरों की स्थिति की जानकारी ली और कहा कि सभी जिलों में नियमित रूप से संधारित की जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना में प्रथम किस्त के भुगतान में आ रही कठिनाइयों के कारणों का पता लगाने और पूर्णता का प्रतिशत बढ़ाने के लिए दिशा-निर्देश दिए।

अनुकंपा नियुक्ति और स्थानीय रोजगार

संभागायुक्त ने अनुकंपा नियुक्तियों की स्थिति की समीक्षा की और निर्देश दिए कि यदि तृतीय श्रेणी के पद रिक्त हैं, तो जल्द नियुक्तियां की जाएं। उनके कार्यालय से भेजे जाने वाले अनुकंपा प्रकरणों पर त्वरित कार्रवाई का आदेश दिया। कोटवारों और पटेलों के रिक्त पदों की जानकारी लेकर नियमानुसार नियुक्ति सुनिश्चित करने को कहा।

उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थलों पर होमस्टे को प्रोत्साहित करने का सुझाव देते हुए आयुक्त ने कहा कि इससे स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। सड़कों पर दुर्घटनाग्रस्त मवेशियों के समाधान के उपायों पर चर्चा की और पशु-कल्याण के लिए कदम उठाने को कहा। जल-संरक्षण के लिए पीएचई के अधिकारियों से मिली जानकारी साझा करते हुए बताया कि सोखता गड्ढे हैंडपंप के पास बनाए जाने के बजाय ढाल वाली जगहों पर बनाया जाना ज्यादा प्रभावी होता है।

‘आत्मानंद स्कूलों की जांच के लिए बनाएं कमेटी’

संभागायुक्त कावरे ने बताया कि मुख्यमंत्री के संभावित दौरे के दौरान जिलों में समीक्षा बैठकें हो सकती हैं, जिसके लिए सभी कलेक्टरों को तैयार रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूल की जांच करने समिति गठित की जाए, जो वहां निर्माण कार्यों सहित अन्य विषयों में जांच कर रिपोर्ट देगी। साथ ही खरीफ फसल की स्थिति (खाद बीज की व्यवस्था), आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र की प्रगति, कस्टम मिलिंग एवं चावल जमा की प्रगति/डिफाल्टरों पर कार्यवाही, जल जीवन मिशन के कार्य, महात्मा गांधी नरेगा योजना की समीक्षा एवं प्रधानमंत्री आवास योजना पर भी बिंदुवार चर्चा की गई।

इस बैठक में अपर आयुक्त इफ्फत आरा, कलेक्टर धमतरी अबिनाश मिश्रा, महासमुंद कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, गरियाबंद कलेक्टर भगवान सिंह उइके सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।