0 आकाश तिवारी के पद पर बने रहने को लेकर कोई फैसला नहीं

रायपुर। नगर निगम रायपुर में नेता प्रतिपक्ष चयन को लेकर कांग्रेस पार्षद दल में चल रहा विवाद सुलझ गया है। आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष चुने जाने के विरोध में पार्टी छोड़ने वाले पांचों कांग्रेस पार्षदों ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखकर इन पार्षदों ने आश्वस्त किया है कि वो पार्टी की नीति-रीति का पालन करेंगे। हालांकि आकाश तिवारी के नेता प्रतिपक्ष पद पर बने रहने को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं किया गया है।

गौरतलब है कि पूर्व में जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा संदीप साहू को नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने और फिर बाद में PCC द्वारा आकाश तिवारी को इस पद के लिए चुने जाने की घोषणा कर दी गई। इस घटनाक्रम के बाद पांच कांग्रेस पार्षद संदीप साहू, जयश्री नायक, रेणु जयंत साहू, दीप साहू, और रोनिता जगत ने निर्दलीय पार्षद रहे आकाश तिवारी को पार्टी में लाकर उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के विरोध में पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद तिवारी के साथ दो ही पार्टी में पार्षद रह गए थे।

विवाद के पटाक्षेप के लिए कांग्रेस ने बनाई कमेटी

प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस विवाद के पटाक्षेप के लिए पूर्व विधायक लेखराम साहू की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई। इस कमेटी ने इस्तीफा देने वाले पांचों पार्षदों के साथ बैठक लेकर उनकी बात सुनी। इसके बाद पांचों पार्षदों ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज से मुलाकात की। उनसे चर्चा के बाद सभी ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया।

क्या पद पर बने रहेंगे आकाश तिवारी..?

पार्षदों के इस्तीफे वापस लेने के बाद अब यह खबर आ रही है कि आकाश तिवारी नेता प्रतिपक्ष के पद पर बने रहेंगे। मगर जब इस संबंध में टीआरपी न्यूज ने शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे से बात की, तब उन्होंने कहा कि यह सही है कि पांचों पार्षदों ने इस्तीफा वापस ले लिया है, मगर उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि आकाश तिवारी पद पर बने रहेंगे या नहीं। वहीं इस संबंध में पूर्व विधायक लेखराम साहू का पक्ष भी जाना गया। उन्होंने कहा कि कमेटी ने अभी अपनी रिपोर्ट नहीं दी है, और आकाश तिवारी के बारे में फिलहाल कोई फैसला नहीं किया गया है।

इस संबंध में पार्षद रेणु जयंत साहू से भी बात हुई। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज से मिले आश्वासन के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है, मगर आकाश तिवारी को पद पर बनाये रखने को लेकर उनकी कोई बात नहीं हुई है।

बता दें कि नगर निगम रायपुर के सभापति सूर्यकांत राठौर ने शहर जिलाध्यक्ष गिरीश दुबे के पत्र के आधार पर संदीप साहू को नेता प्रतिपक्ष घोषित कर उन्हें कमरा भी आबंटित कर दिया था। हालांकि बाद में आकाश तिवारी के लिए पत्र जारी किया गया, जिसे मानने के लिए सभापति तैयार नहीं थे। इस बीच हुए घटनाक्रम के बाद कांग्रेस छोड़ने वाले पार्षदों ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। हालांकि उनसे बातचीत से इस बात का अहसास हो रहा है कि वे अब भी आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष बनाये रखने को तैयार नहीं है। इस बीच यह खबर आ रही है कि अब पार्टी द्वारा किसी तीसरे पार्षद को नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने पर विचार चल रहा है। बहरहाल मामला जांच कमेटी और पीसीसी के समक्ष विचाराधीन है और जल्द ही इस मामले का पूरा पटाक्षेप किये जाने की उम्मीद जताई जा रही है।