टीआरपी डेस्क। भारत के कड़े रुख और सैन्य तैयारियों के बीच पाकिस्तान के सुर अब नरम पड़ते नजर आ रहे हैं। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने शनिवार को स्पष्ट संकेत दिए कि उनका देश पीछे हटने को तैयार है बशर्ते भारत भी आक्रामकता रोके।

डार का नरम रुख, लेकिन दोहराई गई पुरानी गीदड़ भभकी
जियो टीवी को दिए इंटरव्यू में डार ने कहा, अगर भारत रुकता है, तो हम भी रुक जाएंगे। हम युद्ध के पक्षधर नहीं हैं और अनावश्यक विनाश या संसाधनों की बर्बादी नहीं चाहते। हालांकि, डार ने इस बयान में यह भी जोड़ा कि यदि भारत ने हमला जारी रखा तो पाकिस्तान भी जवाब देगा, जिससे उनकी बातों में छुपी चेतावनी झलकती है।
परमाणु कमांड बैठक स्थगित, अमेरिकी दबाव का असर
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी यह जानकारी दी कि प्रस्तावित परमाणु कमांड बैठक को स्थगित कर दिया गया है। यह घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है जब अमेरिका और चीन दोनों ने भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने की अपील की है।
डार ने बताया कि उन्होंने यह बात अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से भी साझा की, जिन्होंने नई दिल्ली से बातचीत के बाद इस मसले पर इस्लामाबाद से संपर्क किया था। डार ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान ने जवाबी कदम उठाए क्योंकि धैर्य की सीमा पार हो गई थी। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यदि भारत यहीं रुकता है, तो पाकिस्तान भी तनाव कम करने पर विचार करेगा।
भारत बना रहा दबाव, पाकिस्तान की रणनीति में बदलाव साफ
यह पाकिस्तान की वही रणनीति लगती है, जहां वह पहले उकसावे की नीति अपनाता है और फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर खुद को शांतिदूत के रूप में पेश करने की कोशिश करता है। लेकिन इस बार भारत की निर्णायक नीति और स्पष्ट जवाबी कार्रवाई के कारण पाकिस्तान को बैकफुट पर आना पड़ा है।