नेशनल डेस्क। भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालिया तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुए मिसाइल हमलों का असर अब अंतरराष्ट्रीय डिफेंस बाजार पर भी साफ नजर आने लगा है। खास तौर पर चीन की डिफेंस कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। दरअसल, पाकिस्तान ने भारत के मिसाइल अटैक का जवाब देने के लिए चीन से खरीदे गए हथियारों और फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया था, जिनमें से कई ऑपरेशन के दौरान नष्ट हो गए।

जिसकी वजह से अब चीन की डिफेंस टेक्नोलॉजी कंपनियों का भरोसा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डगमगाया है। एविक चेंगदू एयरक्राफ्ट कंपनी लिमिटेड, जिसने पाकिस्तान को J-10 फाइटर जेट सप्लाई किए थे, उसके शेयर शेन्ज़ेन स्टॉक एक्सचेंज में मंगलवार को 9% तक गिरकर 88.60 युआन रॅन्मिन्बी पर पहुंच गए। वहीं झूझोउ होंगडा इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्प लिमिटेड के शेयरों में भी 8% की गिरावट देखी गई।

भारत में मिले चीनी मिसाइल के टुकड़े

चीन द्वारा पाकिस्तान को सप्लाई की गई पीएल-15ई लंबी दूरी की हवा में मार करने वाली मिसाइल के कई टुकड़े भारत में बरामद किए गए हैं, जिनके पार्ट नंबर P15E12203039, P15E12203023 और P15E12203010 हैं। टुकड़ों में से एक पर चीनी अक्षर “株洲宏达” लिखा है, जो इसे झूझोउ होंगडा के प्रोडक्ट्स के रूप में पहचानता है, जो एक ऐसी कंपनी है जो सैन्य-ग्रेड कैपेसिटर बनाने के लिए जानी जाती है।

डिफेंस सेक्टर में भरोसे को झटका

बता दें कि चीनी कंपनी चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन ने J-10 फाइटर जेट को बनाया है। यह एक मल्टीरोल फाइटर जेट है, जिसने 1998 में पहली बार उड़ान भरी थी। इसके बाद 2005 में इसे चीन की वायुसेना में शामिल किया गया था। शेन्जेन स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड AVIC चेंगदू एयरक्राफ्ट के शेयरों में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 20% की उछाल आई थी। जबकि बुधवार को इसमें 17.05% की बढ़त दर्ज की गई थी। इस शेयर में लगातार तेजी थी। बता दें कि AVIC एयरोस्पेस, AVIC की एक अन्य इकाई जो सैन्य विमान और हेलीकॉप्टर बनाती है, के हांगकांग में सूचीबद्ध शेयरों में एक है।