NIA ने पुणे ISIS स्लीपर मॉड्यूल केस में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो फरार आतंकियों को मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। दोनों आतंकी भारत में IED बनाने और ट्रेनिंग देने में थे शामिल।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम को आगे बढ़ाते हुए एक बड़ी सफलता हासिल की है। एजेंसी ने ISIS से जुड़े पुणे स्लीपर मॉड्यूल के दो फरार आतंकवादियों को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (T-2) से गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए आतंकियों की पहचान अब्दुल्ला फैयाज शेख उर्फ डायपरवाला और तल्हा खान के रूप में हुई है। ये दोनों इंडोनेशिया के जकार्ता से भारत लौटते समय पकड़े गए।

दो साल से थे फरार, NIA ने घोषित किया था इनाम
सूत्रों के अनुसार, ये दोनों पिछले दो वर्षों से फरार थे और ISIS के लिए भारत में स्लीपर सेल की भूमिका निभा रहे थे। NIA की विशेष अदालत ने दोनों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था। एजेंसी ने इनकी सूचना देने वालों के लिए 3-3 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
पुणे IED वर्कशॉप: बम बनाने और प्रशिक्षण में शामिल थे आतंकी
जांच में सामने आया है कि अब्दुल्ला और तल्हा पुणे के कोंढवा क्षेत्र में एक किराए के घर में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) बनाने और उसका परीक्षण करने में सक्रिय रूप से शामिल थे। वर्ष 2022 और 2023 के दौरान उन्होंने वहां बम निर्माण की वर्कशॉप्स आयोजित की थीं, जिसमें अन्य संदिग्ध भी शामिल थे।

ISIS एजेंडा: भारत में हिंसा और शांति भंग करने की साजिश
इस केस को NIA ने RC-05/2023/NIA/MUM के तहत दर्ज किया है। जांच एजेंसी के अनुसार, यह मॉड्यूल भारत में आतंक और हिंसा फैलाकर इस्लामी शासन स्थापित करने की साजिश रच रहा था। इनका उद्देश्य भारत की सांप्रदायिक सद्भाव और राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाना था।
पहले गिरफ्तार हो चुके हैं 8 आतंकी, चार्जशीट दाखिल
इस मामले में पहले ही आठ अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें मोहम्मद इमरान खान, मोहम्मद यूनुस साकी, अब्दुल कादिर पठान, सिमाब नसीरुद्दीन काजी, जुल्फिकार अली बड़ौदावाला, शमील नाचन, आकिफ नाचन और शाहनवाज आलम शामिल हैं।
NIA ने इनके खिलाफ UAPA, IPC, शस्त्र अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम जैसी धाराओं के तहत चार्जशीट फाइल की है।
NIA की जांच तेज, नेटवर्क खंगालने में जुटी टीम
इन ताज़ा गिरफ्तारियों के बाद NIA को उम्मीद है कि ISIS मॉड्यूल के नेटवर्क, फंडिंग सोर्स, और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। एजेंसी अब इन दोनों आतंकियों से विस्तृत पूछताछ कर रही है।