टीआरपी डेस्क। छत्तीसगढ़ के बतौली ब्लॉक के ग्राम सिलसिला में दो बच्चों की डूबने से मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने सख्त कार्रवाई की है। पोस्टमार्टम (PM) के बदले पैसे मांगने के आरोप में धौरपुर के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (BMO) डॉ. राघवेंद्र चौबे को निलंबित कर दिया गया है, वहीं रघुनाथपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ मेडिकल ऑफिसर डॉ. अमन जायसवाल को तत्काल प्रभाव से हटाया गया है। यह कदम स्वास्थ्य सचिव के निर्देश पर जिला कलेक्टर द्वारा उठाया गया।

क्या है मामला?
बताया गया है कि लुंड्रा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सिलसिला (घोड़ा झरिया) में 18 मई को 5 वर्षीय जुगनू गिरी (पुत्र शिवा गिरी) और 4 वर्षीय सूरज गिरी (पुत्र विनोद गिरी) जो आपस में चचेरे भाई थे गांव में मौजूद एक डबरी (पानी भरे गड्ढे) में नहाने के दौरान डूब गए। जब परिजनों ने बच्चों को खोजा तो उनके कपड़े डबरी के पास मिले, जिसके बाद ग्रामीणों की मदद से बच्चों को बाहर निकाला गया और तत्काल रघुनाथपुर अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद दोनों को मृत घोषित कर दिया।
पोस्टमार्टम के लिए मांगी रिश्वत
परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में पोस्टमार्टम करने के लिए डॉक्टरों ने 20 हजार रुपये की मांग की। जब परिवार ने आर्थिक असमर्थता जताई, तो यह राशि घटाकर 10 हजार रुपये (5-5 हजार प्रति शव) कर दी गई। परिजनों की काफी मिन्नतों के बाद यह काम किया गया।
इस दौरान किसी ने मामले की सूचना BMO को दी। हालात बिगड़ते देख BMO डॉ. राघवेंद्र चौबे मौके पर पहुंचे और बच्चों का पोस्टमार्टम करवाया गया। बाद में शव परिजनों को सौंपे गए। लेकिन इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
प्रशासन ने लिया संज्ञान
घटना के सार्वजनिक होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की। BMO को निलंबित कर दिया गया, जबकि मेडिकल ऑफिसर को उनके पद से हटा दिया गया है।