नई दिल्ली। एक ओर जहां देश के दक्षिणी हिस्सों में मानसून ने दस्तक दी है, वहीं उत्तर भारत के कई राज्यों में भीषण गर्मी और लू जानलेवा साबित हो रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार को देशभर के लिए वृहद और गंभीर मौसम चेतावनी जारी की है, जिसमें आगामी सात दिनों तक 29 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में तूफान, भारी बारिश और लू के लिए अलर्ट जारी किया गया है।

मानसून ने पकड़ी रफ्तार : केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में शुरुआत
मौसम विभाग के अनुसार केरल, तटीय कर्नाटक और तमिलनाडु में मानसून सक्रिय हो गया है। अगले कुछ दिनों में यह पूर्वोत्तर राज्यों को भी कवर कर लेगा। 4 से 5 जून तक इसके मध्य और पूर्वी भारत तक पहुंचने की संभावना है। इससे देश के अधिकांश हिस्सों में राहत की उम्मीद की जा रही है।
एक ही दिन में दो रेड अलर्ट: बारिश और लू का दोहरा संकट
IMD ने शनिवार के लिए दो महत्वपूर्ण रेड अलर्ट जारी किए हैं
भारी बारिश का अलर्ट:
पश्चिमी तटीय क्षेत्रों — गुजरात, कोंकण, गोवा, कर्नाटक और केरल — में अगले 24 घंटों में 200 मिमी तक बारिश की संभावना है। अगले 7 दिनों तक यहां लगातार भारी से अति भारी वर्षा का दौर जारी रह सकता है।
लू का कहर:
राजस्थान के जैसलमेर में शुक्रवार को तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। पूरे राजस्थान में 27 मई तक लू के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तर प्रदेश में तूफान बना काल! अब तक 60 लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश में आंधी और बारिश ने तबाही मचाई है। बीते तीन दिनों में तूफान से जुड़ी घटनाओं में 60 लोगों की जान जा चुकी है। मौसम की खराबी के कारण लखनऊ और दिल्ली के बीच चार फ्लाइट्स को रद्द करना पड़ा।
इन राज्यों में IMD का तूफान-बारिश का अलर्ट जारी
IMD ने 29 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों – जिनमें केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, पूर्वोत्तर के सभी राज्य, ओडिशा, बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान शामिल हैं – के लिए आंधी, बारिश और तूफान का चेतावनी जारी की है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में ओले गिरने की संभावना जताई गई है।
केरल में समुद्री तूफान की आशंका, मछुआरों के लिए चेतावनी
केरल में समुद्री गतिविधियों को लेकर भी रेड अलर्ट है। तटीय इलाकों में तेज तूफान और ऊंची लहरों की संभावना के चलते 23 से 27 मई तक मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है। कर्नाटक और लक्षद्वीप तटों पर भी यही प्रतिबंध लागू किया गया है।