टीआरपी डेस्क। तेलंगाना और छत्तीसगढ़ की सीमा पर सक्रिय नक्सलियों में आत्मसमर्पण की प्रवृत्ति तेज हो रही है। इसी सिलसिले में हाल ही में 15 नक्सलियों ने तेलंगाना के भद्राद्री कोठागुडेम जिले की पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। ये सभी नक्सली लंबे समय से सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय थे और सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली तेलंगाना-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर कई वर्षों से नक्सली गतिविधियों में शामिल थे। कुछ दिन पहले भी छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 2 एसीएम समेत 14 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जिनमें बीजापुर जिले के 13 नक्सली शामिल थे।
बस्तर में दबाव, सरेंडर के लिए तेलंगाना में शरण
बस्तर क्षेत्र में सुरक्षाबलों की बढ़ती कार्रवाई और दबाव के चलते कई नक्सली अब तेलंगाना में सरेंडर कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, कई नक्सली अब संगठन से नाराज होकर हिंसा का रास्ता छोड़ना चाहते हैं, और राज्य सरकारों की पुनर्वास और पुनर्जीवन योजनाओं को सकारात्मक रूप में ले रहे हैं।
ओडिशा में भी बड़ी सफलता, कुख्यात नक्सली गिरफ्तार
इस बीच, छत्तीसगढ़ पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। ओडिशा के कोरापुट जिले के बैपारीगुड़ा थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने पेटगुड़ा जंगल से एक कुख्यात नक्सली कुंजम हिड़मा को गिरफ्तार किया है।
उसके पास से एक AK-47 राइफल, गोलियां, चाकू, छोटी कुल्हाड़ी और वॉकी-टॉकी समेत कई आपत्तिजनक सामान बरामद हुए हैं। पुलिस के अनुसार, यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर चलाए गए विशेष सर्च ऑपरेशन के तहत की गई थी।